रेलवे ट्रैक पर मिला मोर्टार शेल, रात एक बजे मचा हड़कंप
मदर्स स्कूल के पास मिट्टी में दबा था बम, बम निरोधक दस्ते और सेना की मौजूदगी में किया गया निष्क्रिय
बरेली। एक तरफ मजदूर रेलवे ट्रैक की मरम्मत में जुटे थे… दूसरी ओर ट्रैक के नीचे नींद में सोया मौत का एक पुराना हथियार — जैसे ही फावड़े की चोट उस पर पड़ी, वहां चीख-पुकार और भगदड़ मच गई। यह कोई मामूली चीज़ नहीं थी, बल्कि था मोर्टार शेल एक खतरनाक सैन्य विस्फोटक।
घटना थाना सुभाषनगर क्षेत्र के महेशपुर की है, जहां मदर्स स्कूल के पास रेलवे लाइन पर बुधवार की आधी रात करीब 1 बजे मिट्टी भराई का कार्य चल रहा था। उसी दौरान मजदूरों को मिट्टी में एक भारी, संदिग्ध धातु का टुकड़ा मिला। देखने में बम जैसा लगने पर उन्होंने तुरंत काम रोक दिया।
अफरा-तफरी के बीच पुलिस को सूचना, SSP ने खुद लिया संज्ञान
काम रुकते ही सूचना थाना सुभाषनगर प्रभारी निरीक्षक अरुण कुमार श्रीवास्तव तक पहुंची। उन्होंने बिना देरी किए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अनुराग आर्य को अवगत कराया। SSP ने तत्काल बम निरोधक दस्ता (BDDS) और सेना की बम स्क्वॉड यूनिट को मौके के लिए रवाना किया।
पुराना मिसफायर शेल, सेना की मौजूदगी में किया गया डिस्पोज
बम निरोधक दस्ते ने सावधानीपूर्वक शेल की जांच की। फोरेंसिक और तकनीकी परीक्षण के बाद पुष्टि हुई कि यह "मोर्टार शेल" है — जो संभवतः सेना की एक्सरसाइज के दौरान या पुराने गोला-बारूद के मलबे के साथ यहां पहुंचा हो।
सेना और पुलिस की निगरानी में उसे नियंत्रित विस्फोट (Controlled Detonation) कर निष्क्रिय कर दिया गया।
SSP अनुराग आर्य ने बताया “सूचना मिलते ही विशेषज्ञ टीमों को मौके पर भेजा गया। फॉरेंसिक एक्सपर्ट, आर्मी टीम और BDDS की मदद से यह सुनिश्चित किया गया कि लोगों की सुरक्षा से कोई समझौता न हो। फिलहाल यह मिसफायर शेल प्रतीत होता है, पर जांच पूरी होने तक किसी भी संभावना को नकारा नहीं जा सकता।”
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