बरेली में बुजुर्गों और दिव्यांगों के लिए नई सुबह! केंद्रीय मंत्री बीएल वर्मा ने 2134 सहायक उपकरण बांटकर जगाई आत्मनिर्भरता की किरण
बरेली। बरेली ने मंगलवार को मानवता और सेवा का एक ऐसा नजारा देखा, जिसने हर दिल को छू लिया। राजकीय इंटर कॉलेज ऑडिटोरियम में आयोजित भव्य समारोह में केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता राज्यमंत्री बीएल वर्मा ने अपने हाथों से 377 बुजुर्गों और दिव्यांगों को सहायक उपकरण सौंपे, जो उनके लिए नई उम्मीद और आत्मसम्मान की सौगात बनकर आए। केंद्र सरकार की राष्ट्रीय वयोश्री योजना और एडीआईपी योजना के तहत आयोजित इस कार्यक्रम ने बरेली को गर्व का एक और मौका दिया।
“ये कमजोर नहीं, समाज की ताकत हैं”
कार्यक्रम में भावुक होते हुए केंद्रीय मंत्री बीएल वर्मा ने कहा, “हमारे बुजुर्ग और दिव्यांग समाज का गौरव हैं। उन्हें सिर्फ थोड़े सहारे की जरूरत है, और हमारी सरकार यह सुनिश्चित कर रही है कि हर जरूरतमंद तक मदद पहुंचे। ये उपकरण सिर्फ सहारा नहीं, बल्कि आत्मगौरव और आत्मनिर्भरता का प्रतीक हैं।” उनकी ये बातें उपस्थित हर व्यक्ति के दिल में उतर गईं।
2.26 करोड़ की लागत से 2134 उपकरणों का निशुल्क वितरण
दिसंबर 2024 से अप्रैल 2025 तक जिले के विभिन्न ब्लॉकों में लगे शिविरों में 2812 पात्र लाभार्थियों का चयन किया गया, जिनमें 2739 वरिष्ठ नागरिक और 73 दिव्यांग शामिल हैं। इन सभी को 2 करोड़ 26 लाख रुपये की लागत से 2134 सहायक उपकरण निशुल्क दिए जा रहे हैं। यह वितरण अभियान 25 जून 2025 तक चरणबद्ध तरीके से पूरा होगा। मंगलवार को 377 लाभार्थियों को उपकरण सौंपे गए, जिनके चेहरों पर खुशी और आत्मविश्वास की चमक साफ झलक रही थी।
महनीय हस्तियों ने बढ़ाया हौसला
इस ऐतिहासिक आयोजन में राज्य मंत्री नरेंद्र कश्यप, बरेली सांसद छत्रपाल गंगवार, महापौर डॉ. उमेश गौतम, जिला पंचायत अध्यक्ष रश्मि पटेल, एमएलसी बहोरन लाल मौर्य, कैंट विधायक संजीव अग्रवाल, मीरगंज विधायक डीसी वर्मा, भाजपा जिलाध्यक्ष अधीर सक्सेना, जिलाधिकारी अविनाश सिंह, एएलआईएमसीओ के वरिष्ठ प्रबंधक अनुपम प्रकाश और प्रबंधक हरीश कुमार सहित तमाम गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे। इन सभी ने लाभार्थियों का हौसला बढ़ाया और सरकार की इस पहल को सराहा।
लाभार्थियों की जुबानी
एक बुजुर्ग लाभार्थी रामदेव ने कहा, “यह व्हीलचेयर मेरे लिए नई जिंदगी है। अब मैं बिना किसी के सहारे अपने काम कर सकूंगा।” वहीं, श्रवण यंत्र पाने वाली 70 वर्षीय कमला देवी ने आंसुओं के साथ कहा, “सुनने की ताकत वापस मिली, अब दुनिया फिर से रंगीन हो गई।”
बरेली के लिए गर्व का क्षण
यह आयोजन न केवल जरूरतमंदों के लिए वरदान साबित हुआ, बल्कि बरेली के सामाजिक ताने-बाने को और मजबूत करने का संदेश भी दे गया। 25 जून तक चलने वाला यह अभियान हर उस व्यक्ति तक उम्मीद की किरण पहुंचाएगा, जो जीवन की चुनौतियों से जूझ रहा है।
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