बरेली कॉलेज से हटाए गए सफाई कर्मियों ने उपश्रमायुक्त को सौंपा ज्ञापन, सेवा बहाली की मांग
मंगलवार से क्रमिक अनशन शुरू, बहाली न होने पर आमरण अनशन की चेतावनी
बरेली। बरेली कॉलेज से हटाए गए सफाई कर्मियों ने सोमवार को उपश्रमायुक्त दिव्य प्रताप सिंह से मुलाकात कर अपनी सेवा बहाली की मांग को लेकर ज्ञापन सौंपा। कर्मचारियों ने आरोप लगाया कि उन्हें लंबे समय से न्यूनतम वेतन से भी कम मानदेय पर कार्य कराया जा रहा था। जब उन्होंने वेतन बढ़ोतरी की मांग की, तो कॉलेज प्रशासन ने उन्हें हटा दिया और सफाई कार्य का ठेका एक निजी एजेंसी को दे दिया गया।
ज्ञापन सौंपने पहुंचे प्रभावित कर्मचारियों में आलोक, संजीव, अरविंद, राजू, रघुवीर सहित अन्य लोग शामिल रहे। इनकी पीड़ा को समर्थन देने कर्मचारी कल्याण सेवा समिति के अध्यक्ष जितेंद्र मिश्रा, पूरनलाल मसीह व हरीश मौर्य भी मौके पर मौजूद रहे।
मंगलवार से क्रमिक अनशन, चेतावनी: जल्द बहाली नहीं हुई तो आमरण अनशन
कर्मचारियों ने चेतावनी दी है कि वे मंगलवार से क्रमिक अनशन की शुरुआत करेंगे। आंदोलन का नेतृत्व कर रहे आलोक ने कहा, "हमने वर्षों तक कॉलेज की सफाई व्यवस्था संभाली। अब जब हमने अपने अधिकारों की बात की, तो हमें बेरोजगार कर दिया गया। यदि हमारी सेवा बहाल नहीं की गई, तो हम सभी कर्मचारी आमरण अनशन को मजबूर होंगे।"
प्रशासन की चुप्पी पर उठे सवाल
इस घटनाक्रम से श्रम विभाग और कॉलेज प्रशासन की भूमिका पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं। कर्मचारी यह भी आरोप लगा रहे हैं कि बिना किसी नोटिस या वैधानिक प्रक्रिया के उन्हें हटाया गया, जो श्रम कानूनों का उल्लंघन है। अब सबकी निगाहें इस पर टिकी हैं कि प्रशासन इस मसले को किस तरह से सुलझाता है।
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