प्रेमजाल और ब्लैकमेलिंग...बेकरी संचालक की आत्महत्या से सनसनी, महिला समेत 7 पर एफआईआर दर्ज
बरेली। शहर के कोतवाली क्षेत्र में रहने वाले युवक आगाज़ की आत्महत्या ने सनसनी फैला दी है। आत्महत्या के पीछे जो कहानी सामने आई, उसने सबको झकझोर दिया है। एक संगठित गिरोह द्वारा प्रेमजाल में फंसाकर, फिर झूठे मुकदमे की धमकी देकर लाखों की वसूली, और अंत में मानसिक प्रताड़ना से आत्महत्या के लिए मजबूर करने जैसे गंभीर आरोप मृतक के परिजनों ने लगाए हैं।
पुलिस ने मृतक के भाई की तहरीर पर एक महिला समेत सात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
सुनियोजित साजिश: प्रेमजाल, धमकी और उगाही
परिवार द्वारा दी गई तहरीर के अनुसार, मृतक आगाज़ की प्रेमनगर के कोहाड़ापीर मोहल्ले में बेकरी की दुकान थी और वह मेहनत कर अच्छा कारोबार कर रहा था। इसी बीच उसकी जिंदगी में फरहीन पत्नी रिज़वान नाम की महिला आई। आरोप है कि फरहीन और उसके साथियों — रिज़वान, इमरान, सायमा, मोहसिन, सलमान और कामरान — ने एक संगठित तरीके से पहले उसे प्रेमजाल में फंसाया, फिर झूठे रेप केस में फंसाने की धमकी दी।
परिजनों के मुताबिक, पहले 5 लाख रुपये और सोने के जेवरात हड़पे गए। इसके बाद 2 लाख रुपये की और मांग की गई। जब आगाज़ ने पैसे देने में असमर्थता जताई, तो आरोपितों ने गाली-गलौज और धमकियां देनी शुरू कर दीं।
“मर जा, तेरे जीने का कोई मतलब नहीं” — यह शब्द बन गए मौत का पैगाम
परिवार ने बताया कि आरोपितों ने आगाज़ को लगातार प्रताड़ित किया और यहां तक कहा कि “मर जा, तेरे जीने का क्या फायदा।” यह सुनकर आगाज़ पूरी तरह मानसिक रूप से टूट गया। शनिवार को उसने अपने भाई से अपनी परेशानियां साझा कीं, लेकिन उसी रात स्टेशन रोड स्थित ग्रैंड सिटी होटल में अपने मित्र जीशान के कमरे में जाकर फांसी लगाकर जान दे दी।
पुलिस जांच में जुटी, परिजन चाहते हैं सख्त कार्रवाई
परिजनों का कहना है कि इस आत्महत्या के पीछे साफ़ तौर पर ब्लैकमेलिंग, मानसिक उत्पीड़न और धमकियों की सीधी जिम्मेदारी आरोपितों पर बनती है। उनका यह भी आरोप है कि सलमान और कामरान ने आत्महत्या का साधन मुहैया कराया।
कोतवाली पुलिस ने मामला दर्ज कर गंभीर धाराओं में एफआईआर दर्ज कर ली है और जांच शुरू कर दी है। अधिकारियों का कहना है कि मामले की हर पहलू से निष्पक्ष जांच की जा रही है।
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