बदायूं में आग का तांडव: 100 से अधिक घर जले, उझानी में मेंथा ऑयल फैक्टरी में धमाका
बदायूं। जरीफनगर और उझानी इलाके में बुधवार रात को आग ने ऐसा तांडव मचाया कि कई गांवों में हाहाकार मच गया। गांव सोनभूडी में रात करीब आठ बजे अज्ञात कारणों से आग लग गई। यह घटना उस वक्त हुई जब आंधी चल रही थी। इससे आगे ने कुछ ही पलों में विकराल रूप ले लिया। गांव में 100 से अधिक झोपड़ियां जलकर राख हो गईं। जरीफनगर थानाक्षेत्र के गांव सोनीभूड़ में रात 9 बजे अचानक आग लग गई। आग की चपेट में आकर करीब 100 मकान में आग लगा गई। हादसे में मकान व उसमें रखा घरेलू सामान जल गया। पुलिस और फायर ब्रिगेड की टीम पहुंची। देर रात तक आग को बुझाने का काम जारी रहा। ग्रमीणों के अनुसार गांव में कई दिनों से घूर इकट्ठा था। चार दिनों से आग सुलग रही थी। किसी ने इस पर ध्यान नहीं दिया। बुधवार देर रात आई आंधी की वजह से आग भूसा और कंडे के ढेर में आग लग गई। धीरे-धीरे आग पूरे गांव के 100 घरों में फैल गई। बॉबी पुत्र राम भरोसे के घर में बॉबी का बुधवार को मढ़ा था।
इस दौरान की आग इनके घर में भी पहुंच गई। सारा सामान जल गया। गुरुवार को इनकी बरात जानी है। अजय पाल की भैंस जल गई। महेंद्र के घर पर रखा मैंथा का तेल 20 लीटर जल गया। वहीं, गांव के आग लगने के दौरान पूरे गांव के बच्चे सहित सभी लोगों व जानवरों को बाहर निकाला गया। इस दौरान बीरपाल के पैर में चोट लग गई। इसके अलावा गांव के नाथूलाल का पूरा घर जल गया।
इधर, इसके अलावा सहसवान थानाक्षेत्र के गांव जामनी में भी आग लगी। जिसमें 30 से 40 घर जल गए हैं। यहां पर भी किसी की मौत होने की जानकारी नहीं हो सकी है।
मेंथा फैक्टरी में लगी आग, रात भर हुए ब्लास्ट
उझानी तहसील क्षेत्र की एक मेंथा फैक्टरी में बुधवार देर रात संदिग्ध परिस्थितियों में आग लग गई।आग की लपटें आसमान पर गुब्बार की तरह दिखाई दीं। देर रात तक फैक्टरी के अंदर के बाद एक ब्लास्ट होता रहा। हालांकि खबर लिखे जाते एक भी मौत की पुष्टि नहीं हुई थी। पुलिस ने एतिहातन फैक्टरी के पास के एक गांव को खाली कर दिया। सूचना पर डीएम और एसएसपी सहित कई एंबुलेंस मौके पर पहुंची। उझानी निवासी मनोज गोयल की कूढ़ा नर्सिंगपुर स्थित मेंथा ऑयल की फैक्टरी है। इसमें क्रिस्टल बनाया जाता है। यह फैक्टरी दिनरात चलती है। फैक्टरी 50 बीघा से ज्यादा के क्षेत्र में फैली हुई है। बुधवार रात करीब 10:30 बजे फैक्टरी की प्रयोगशाला में अचानक धमका हुआ। इसके बाद आग का गुब्बार आसपास रहने वाले लोगों को दिखाई दिया। कुछ ही देर में एक के बाद एक तेज धमाके से ब्लास्ट होना शुरू हो गए। यह देख ग्रामीणों ने सूचना पुलिस को दी। मौके पर थाना पुलिस पहुंची और कई एंबुलेंस को बुलवाया गया। आग की इतनी भीषण थी कि रात 11 बजे तक कोई भी पुलिसकर्मी आग तक जाने की हिम्मत नहीं जुटा पाया। आग के प्रकोप को देखते हुए पुलिस ने कूढ़ा नर्सिंगपुर गांव को खाली करा दिया। पुलिस को आशंका थी कि गांव तक पहुंची तो बड़ा हादसा होना तय है। गांव के लोगों में चर्चा है कि कई लोग फैक्टरी के अंदर थे।
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