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28 लाख की साइबर ठगी: जुडियो फ्रेंचाइज़ी के नाम पर व्यापारी से जालसाज़ी

28 लाख की साइबर ठगी: जुडियो फ्रेंचाइज़ी के नाम पर व्यापारी से जालसाज़ी


बहेड़ी के व्यापारी परिवार को बनाया निशाना, फर्जी दस्तावेज़, ईमेल और बैंक खातों से रची गई करोड़ों की साजिश

साइबर क्राइम शाखा में एफआईआर, आरोपी की तलाश तेज

बरेली। ब्रांडेड कॉस्मेटिक चेन ‘जुडियो’ की फ्रेंचाइज़ी दिलाने का सपना दिखाकर एक साइबर गिरोह ने बहेड़ी के प्रतिष्ठित व्यापारी परिवार से 28 लाख 60 हज़ार रुपये की ठगी कर ली। फर्जी ईमेल आईडी, जाली दस्तावेज़ और नकली पहचान के माध्यम से आरोपी ने बड़े ही सुनियोजित तरीके से ठगी को अंजाम दिया। घटना के बाद पीड़ित की शिकायत पर साइबर क्राइम शाखा और थाना बहेड़ी में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।

ऑनलाइन जाल में फंसाया, फिर शुरू हुई करोड़ों की 'डील'

पीड़ित मो० मुशारिक, निवासी माथुर रोड, मोहल्ला गोदाम, बहेड़ी, अपने मामा मो० आरिफ के साथ ‘रज़वी ऑर्गेनाइजेशन’ नामक फर्म चलाते हैं। दोनों ने जुडियो ब्रांड की फ्रेंचाइज़ी लेने के लिए इंटरनेट पर सर्च किया, जहां उन्हें एक ईमेल आईडी मिली। संपर्क करने पर खुद को कंपनी का अधिकारी बताने वाले व्यक्ति 'आदित्य रंजन' ने संपर्क साधा।

आरोपी ने WhatsApp कॉल्स, ईमेल्स और वॉइस मैसेजेस के ज़रिए भरोसा दिलाया और रजिस्ट्रेशन फॉर्म, ब्रांडिंग प्लान, निवेश प्रस्ताव और इंटीरियर डिज़ाइन प्रपोजल जैसे दस्तावेज़ भेजे — जो सभी फर्जी निकले।

‘सर्वे टीम’ के बहाने झूठा वादा, रकम ठगकर हुआ गायब

आरोपी ने कंपनी की प्रक्रिया के नाम पर बार-बार रकम की मांग की, जिसे पीड़ितों ने यूनियन बैंक व उत्कर्ष बैंक के ज़रिए 10 से अधिक खातों में ट्रांसफर किया। रकम का आंकड़ा ₹28.60 लाख तक पहुंच गया।

14 फरवरी 2025 को आरोपी ने ‘सर्वे टीम’ के आने का वादा किया, लेकिन तय तारीख पर कोई नहीं आया। उसके बाद से आरोपी का फोन बंद मिला और सभी माध्यमों से संपर्क टूट गया।

आर्थिक नुकसान के साथ मानसिक सदमा, न्याय की अपील

मो० मुशारिक ने बताया कि इस साइबर जालसाज़ी से उनका परिवार न सिर्फ आर्थिक रूप से बल्कि मानसिक रूप से भी टूट गया है। उन्होंने शासन-प्रशासन से आरोपी को जल्द गिरफ्तार कर कठोर सज़ा दिलाने की मांग की है।

साइबर सेल सक्रिय, डिजिटल ट्रेसिंग शुरू

साइबर क्राइम शाखा के अनुसार, मुकदमा दर्ज कर तकनीकी जांच शुरू कर दी गई है। पुलिस बैंक खातों, ट्रांजैक्शन डिटेल्स और कॉल रिकॉर्डिंग्स की जांच कर रही है। आरोपी के ठिकाने का पता लगाने के लिए सर्विलांस लगाया गया है और जल्द ही पूरे नेटवर्क के खुलासे की उम्मीद है।

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