उत्तराखंड बॉर्डर पर टैंकरों से खुलेआम हो रहा डीजल पेट्रोल चोरी, हादसे की संभावना
उधमसिंह नगर। उत्तराखंड बॉर्डर के पुलभट्टा थाना क्षेत्र में सितारगंज डिपो को डीजल और पेट्रोल की सप्लाई लेकर जाने वाले टैंकरों से खुलेआम हाइवे के थाने के कुछ मीटर की दूरी पर कथित ढाबे पर डीजल और पेट्रोल चोरी कर भंडारण किया जाता है। जानकारी के मुताबिक वहां से गुजरने वाले टैंकरों से प्रतिदिन हजारों लीटर तेल की चोरी की जाती है। उन्हीं टैंकरों में तेल जैसा अन्य पदार्थ मिलाया जाता हैं।
इस पूरे खेल के पीछे एक बड़ा गैंग सक्रिय हैं। जिसके तार यूपी और उत्तराखंड के अलावा अन्य राज्यों में भी जुड़े है। तेल चोरों के गैंग में एक उत्तराखंड का स्थानीय ग्राम प्रधान और बदायूं जिले का एक पूर्व ग्राम प्रधान व उसका एक रिश्तेदार शामिल हैं।
सूत्रों के मुताबिक बदायूं जिले का पूर्व प्रधान प्रदेश में चोरी के तेल की खरीद बेच का बड़ा कारोबार करता है। पूर्व प्रधान बदायूं जिले की दातागंज तहसील के एक कथित नेता के गोदाम में भी मिश्रित तेल के कारोबार में शामिल है। जिससे चंद दिनों में उसने साम्राज्य खड़ा कर लिया है। बताया जाता है इस पूरे खेल में स्थानीय पुलिस और प्रशासन की भी संलिप्तता है।
तेल चोरी के इस गोरखधंधे में नोएडा, मेरठ व दिल्ली के नकली डीजल और पेट्रोल ड्रामों में मंगाकर टैंकरों में मिश्रण किया जाता है। हाल ही में सितारगंज डिपो में मिश्रित तेल के कुछ टैंकर पकड़े गए थे। जिनकी लंबी जांच चली थी। उसके बाद उन पर कार्रवाई की गई थी।
वहीं, स्थानीय लोगों के अनुसार पुलभट्टा थाना क्षेत्र में ही एक ढाबे पर कुछ दिनों पहले मिश्रित तेल के ड्रामों से भरे कैंटर में आग लग गई थी। बताया जाता है वह तेल सितारगंज डिपो में सप्लाई लेकर जाने वाले टैंकरों में मिलावट करने के लिए लाया गया था। लेकिन गनीमत यह रही कि उस हादसे में कोई जनहानि नहीं हुई। स्थानीय पुलिस की मिलीभगत से पूरे मामले में लीपापोती कर दी गई थी।
वही टैंकरों से तेल चोरी केस प्रकरण में स्थानीय पुलिस से बात की तो उन्होंने जानकारी न होने का हवाला देते हुए संज्ञान में आने पर देख लेने की बात कही।
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