Bareilly: मुख्यमंत्री योगी से मिला इंडियन मेडिकल एसोसिएशन का प्रतिनिधिमंडल
बरेली। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन का एक प्रतिनिधिमंडल मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिला। इस प्रतिनिधिमंडल में आईएमए बरेली के अध्यक्ष डॉ. आर.के. सिंह, सचिव डॉ. रतनपाल सिंह, पूर्व अध्यक्ष डॉ. राजीव गोयल, डॉ. रवीश अग्रवाल, डॉ विमल भारद्वाज डॉ. विनोद पागरानी और डॉ. परमेंद्र महेश्वरी शामिल रहे।
इस दौरान डॉ. आर.के. सिंह ने आयुष्मान योजना के बकाया भुगतान को लेकर मुख्यमंत्री का आभार प्रकट किया, जिसके कारण चिकित्सालयों को वित्तीय राहत मिलनी शुरू हो गई है।
डॉ. आर.के. सिंह ने मुख्यमंत्री को नाथ नगरी की तरफ से एक शिवजी की संगमरमर की प्रतिमा भेंट की, जिसे मुख्यमंत्री ने सहर्ष स्वीकार किया।
मुख्यमंत्री ने अस्पतालों के पंजीकरण की अवधि को पाँच वर्ष तक बढ़ाने की घोषणा से चिकित्सा क्षेत्र में सुशासन और स्थिरता आएगी।
300-बेड अस्पताल हेतु पीपीपी मॉडल
इस दौरान 300-बेड के अस्पतालों को सुचारू रूप से संचालित करने के लिए पीपीपी (पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप) मॉडल पर चर्चा हुई। इस मॉडल के तहत अस्पताल को मेडिकल कॉलेज में परिवर्तित करने पर विचार किया गया, जिससे जनता को उच्च स्तरीय चिकित्सा सुविधाएँ मिल सकें। इसके तहत, आईएमए और राज्य सरकार को संयुक्त रूप से संचालन की जिम्मेदारी देने का प्रस्ताव रखा गया।
आईएमए कॉन्फ्रेंस में मुख्यमंत्री को आमंत्रण
नवंबर में होने वाली आईएमए कॉन्फ्रेंस में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया। उनकी उपस्थिति से बरेली की प्रतिष्ठा और सम्मान में वृद्धि होगी।
सुधार हेतु सौंपा मांग पत्र
प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री को एक ज्ञापन सौंपा, जिसमें आयुष्मान योजना और अस्पतालों से जुड़े सुधारों की माँग की गई।
70 वर्ष से अधिक आयु के मरीजों के पैकेज की दर को दोगुना किया जाए।
एक वर्ष से अधिक समय से लंबित आयुष्मान भुगतान जल्द से जल्द किया जाए।
एडिशनल डिग्री रजिस्ट्रेशन की वजह से रुके हुए डॉक्टरों के भुगतान को बहाल किया जाए।
चिकित्सकों की सुरक्षा को लेकर सख्त नियम लागू किए जाएं।
आईएमए चिकित्सा जगत की बेहतरी के लिए लगातार कार्य कर रहा है। डॉ. आर.के. सिंह और उनकी टीम ने चिकित्सकों एवं अस्पतालों के हित में महत्वपूर्ण मुद्दों को मुख्यमंत्री के समक्ष रखा, जिससे स्वास्थ्य सेवाओं को और बेहतर बनाया जा सके।
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