Bareilly: अटल आवासीय विद्यालय का सीएम योगी ने किया लोकार्पण
बरेली। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को नवाबगंज क्षेत्र के अधकटा नजराना में 73 करोड़ की लागत से तैयार अटल आवासीय विद्यालय के लोकार्पण किया। उन्होंने कहा कि पूरे प्रदेश में अटल आवासीय विद्यालय बनाए जा रहे हैं। नई पीढ़ी को इन विद्यालयों से राष्ट्रवाद की शिक्षा मिलेगी। ये विद्यालय राष्ट्रभक्त तैयार करने के साथ ही राष्ट्र निर्माण में निर्णायक भूमिका निभाएंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2023 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रदेश में 100 अटल आवासीय विद्यालयों के निर्माण की योजना शुरू की थी। 16 विद्यालय बनकर शुरू हो गए हैं। बरेली में 17वां विद्यालय बनकर तैयार है। यहां श्रमिकों के बच्चों को स्तरीय शिक्षा मिलेगी। मुरादाबाद में भी अटल आवासीय विद्यालय की शुरुआत होने जा रही है। अभी तक यहां के बच्चे लखनऊ और बुलंदशहर में पढ़ रहे थे। इस वर्ष से छठवीं और नौवीं कक्षा के बच्चे यहां पढ़ने आ गए हैं। जो बच्चे छठवीं से सातवीं और नौवीं से दसवीं में गए हैं, उनको 15 अप्रैल को यहां शिफ्ट किया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले की सरकारें भवन सन्निर्माण बोर्ड से प्राप्त होने वाले धन का बंदरबांट करती थीं, लेकिन प्रधानमंत्री के विजन ने यह लूट-खसोट बंद करा दी है। अब बोर्ड के पैसे से अटल आवासीय विद्यालय की परिकल्पना साकार हुई है। सीएम ने विद्यालय के लिए जमीन दिलाने के लिए सांसद छत्रपाल गंगवार और विधायक डॉ. एमपी आर्या को बधाई दी। सीएम ने कहा कि इस विद्यालय में छात्र-छात्राओं के रहने-खाने, शिक्षा, खेलकूद के मैदान के साथ लाइब्रेरी की उत्तम व्यवस्था दी गई है।
सांसद ने ली अटल आवासीय विद्यालय की जिम्मेदारी
सांसद छत्रपाल गंगवार ने कहा कि पेशे से वह खुद शिक्षक हैं। वह खुद यहां आकर देखेंगे कि पढ़ाई कैसी चल रही है? उन्होंने जिम्मेदारी ली कि वह विद्यालय की चिंता करेंगे। बच्चों का भविष्य बेहतर बनाकर उनको आगे बढ़ाएंगे। बरेली जनपद के प्रभारी मंत्री जेपीएस राठौर ने कहा कि जिन श्रमिकों के बच्चों को कोई पूछता नहीं था, उनके लिए राज्य सरकार ने पहल की है। श्रम मंत्री अनिल राजभर ने कहा कि सरकार ने ऐसे अटल आवासीय विद्यालय बनाए हैं, जिनको देखने दूसरे राज्यों से मंत्री-अधिकारी यहां आ रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने गायों को खिलाया गुड़
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधकटा नजराना के वृहद् गो-संरक्षण केंद्र में गायों गुड़ खिलाया और फिर बोले- हरे चारे की कमी न पड़ने दें। व्यवस्था को ठीक बनाए रखें। इस केंद्र की तस्वीर एक महीने में ही बदली गई। पहले परिसर में कई जगह गंदगी दिखती है तो मंगलवार को सब ठीक मिला। 28 फरवरी से पहले इस गो-संरक्षण केंद्र की जिम्मेदारी एक एनजीओ के पास थी। तब डीएम ने खुद यहां की बदहाली देखी थी और उसके बाद एनजीओ से काम छीनकर पहली मार्च से ग्राम पंचायत को जिम्मेदारी दी गई। ग्राम पंचायत ने दस केयर टेकर रखे। पूरे केंद्र की सफाई हुई। चाहरदीवारी बनाई गई। पानी की टंकी की सफाई कराई गई। गाय, नंदी और बछड़े, बछिया अलग-अलग रखे गए। ग्राम प्रधान ने पूजा ने बताया कि एक महीने में गो-आश्रय स्थल को चकाचक किया गया है। गायों को गर्मी से बचाने के लिए शेड में 67 पंखे भी लगाए गए हैं। परिसर में शानदार पेंटिंग्स बनाई गईं हैं।
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