बरेली: महाकाल सेना के कार्यकर्ताओं ने बरातघर में मचाया उत्पात, जमकर तोड़फोड़ और मारपीट, CCTV फुटेज आया सामने
बरेली। शहर के बीसलपुर चौराहा स्थित क्रिस्टल बरातघर सोमवार को रणभूमि में तब्दील हो गया, जब महाकाल सेना के कार्यकर्ताओं ने वहां घुसकर तोड़फोड़ और मारपीट शुरू कर दी। बरातघर में मौजूद कर्मचारियों को बुरी तरह पीटा गया, जिससे अफरातफरी मच गई। घटना का CCTV फुटेज भी सामने आया है, जिसमें कार्यकर्ताओं की गुंडागर्दी साफ नजर आ रही है।
कैसे भड़का विवाद?
क्रिस्टल बरातघर के मैनेजर अमनदीप सिंह के मुताबिक, बरातघर में एक जैविक खाद बनाने वाली कंपनी का प्रशिक्षण कार्यक्रम चल रहा था। तभी महाकाल सेना के पदाधिकारी सौरभ पाल, राघव मिश्रा, विनय प्रताप सिंह, विमल यादव, रामबाबू त्रिपाठी और उनके करीब 10 समर्थक वहां पहुंचे।आरोप है कि कार्यकर्ताओं ने प्रशिक्षण कार्यक्रम को अवैध बताकर हंगामा शुरू कर दिया और वसूली का आरोप लगाते हुए कर्मचारियों से मारपीट की। इस दौरान बरातघर के कर्मचारी अमन कुमार, अंकित शर्मा और रामसच्चे शाक्य को बुरी तरह पीटा गया। हमलावरों ने बरातघर में तोड़फोड़ भी की, जिससे वहां मौजूद लोग डरकर इधर-उधर भागने लगे।
दूसरे पक्ष का दावा, खुद पर हमले का आरोप
दूसरी ओर, महाकाल सेना के सौरभ पाल ने दावा किया कि उन्हें रामपुर जिले के मिलक भैसोड़ी निवासी मुस्तफा ने बरातघर में अवैध वसूली की शिकायत की थी। इसी शिकायत के आधार पर वह अपने साथियों के साथ मौके पर पहुंचे थे। लेकिन वहां मौजूद अमनदीप सिंह और उनके लोगों ने लाठी-डंडों से हमला कर दिया। उन्होंने आरोप लगाया कि मारपीट के दौरान उनके पास से 50,000 रुपये और मोबाइल फोन भी गिर गया।
पुलिस जांच में जुटी, CCTV फुटेज बना अहम सबूत
बारादरी थाना प्रभारी धनंजय पांडेय ने बताया कि मारपीट का वीडियो वायरल हो चुका है। दोनों पक्षों की रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है और मामले की जांच की जा रही है। पुलिस CCTV फुटेज की मदद से हमलावरों की पहचान करने और आरोपों की सच्चाई का पता लगाने में जुटी है।
अब बड़ा सवाल – सख्त कार्रवाई होगी या मामला रफा-दफा?
इस घटना ने शहर में सुरक्षा व्यवस्था और कानून-व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। अब देखना यह है कि पुलिस इस मामले में दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करती है या फिर यह मामला भी ठंडे बस्ते में चला जाता है।
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