ओवैसी मुसलमानों को भड़का रहे, CAA नागरिकता देने का कानून: मौलाना शहाबुद्दीन
बरेली। नागरिकता संशोधन कानून (CAA) को लेकर देशभर में बहस जारी है। इस बीच ऑल इंडिया मुस्लिम जमात बरेली के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना शहाबुद्दीन रिज़वी ने CAA का समर्थन करते हुए असदुद्दीन ओवैसी पर मुसलमानों को गुमराह करने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि ओवैसी बिना सही जानकारी के बयान दे रहे हैं और मुसलमानों में बेवजह डर फैलाने का काम कर रहे हैं।
मौलाना शहाबुद्दीन ने कहा, "CAA किसी की नागरिकता छीनने का नहीं, बल्कि नागरिकता देने का कानून है। यह उन लोगों को नागरिकता प्रदान करता है, जो पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश में धार्मिक उत्पीड़न के शिकार होकर भारत आए हैं।
उन्होंने ओवैसी पर निशाना साधते हुए कहा, "ओवैसी साहब ने कानून का मसौदा नहीं पढ़ा है और बिना समझे इसे मुसलमानों के खिलाफ बता रहे हैं। इस कानून के तहत किसी भी भारतीय नागरिक, चाहे वह हिंदू हो या मुसलमान, की नागरिकता पर कोई खतरा नहीं है।"
मौलाना ने यह भी दावा किया कि CAA लागू होने के बाद कई मुसलमानों को भी भारतीय नागरिकता मिली है, जो सालों से भारत में रह रहे थे। उन्होंने कहा कि यह कानून पूरी तरह से कानूनी और इंसानियत के आधार पर बनाया गया है।
उन्होंने मुस्लिम समुदाय से अपील की कि वे गलत अफवाहों पर ध्यान न दें और कानून की सच्चाई को समझें। साथ ही उन्होंने ओवैसी से मुसलमानों को भड़काने की राजनीति बंद करने की अपील की।
गौरतलब है कि CAA के तहत पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश से आए हिंदू, सिख, जैन, बौद्ध, पारसी और ईसाई शरणार्थियों को भारतीय नागरिकता दी जाएगी। हालांकि, इसमें मुसलमानों को शामिल नहीं किया गया है, जिसे लेकर देशभर में विरोध भी हो चुका है।
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