बरेली में सट्टेबाजी का गोरखधंधा बेखौफ जारी,श्यामतगंज बना सटोरियों का अड्डा, तीन सिपाही सस्पेंड, फिर भी करोड़ों का खेल जारी
बरेली। जिले में अवैध सट्टेबाजी का धंधा इस कदर हावी हो चुका है कि अब यह कानून-व्यवस्था के लिए गंभीर चुनौती बन गया है। श्यामतगंज के कालीबाड़ी इलाके में सट्टेबाजों का दबदबा इतना बढ़ गया है कि वे खुलेआम करोड़ों का सट्टा खेल रहे हैं। हाल ही में इस गोरखधंधे का एक वीडियो वायरल हुआ, जिसमें सट्टेबाजों को बेखौफ खिलाड़ियों से सट्टा लगवाते देखा गया। पुलिस ने इस वीडियो के आधार पर कार्रवाई करते हुए तीन सिपाहियों को सस्पेंड कर दिया, लेकिन अवैध कारोबार अब भी बेधड़क जारी है, जिससे पुलिस की भूमिका पर बड़े सवाल खड़े हो रहे हैं।
वीडियो ने खोली सट्टेबाजों की पोल, फिर भी बेखौफ जारी कारोबार
वायरल वीडियो में सट्टेबाजों की दबंगई साफ दिखाई दे रही है। आरोप है कि इस अवैध कारोबार को मुख्य रूप से आशीष और राहुल कश्यप चला रहे हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि यह धंधा लंबे समय से फल-फूल रहा है, लेकिन पुलिस इसे रोकने में पूरी तरह नाकाम साबित हो रही है। तीन पुलिसकर्मियों के निलंबन से यह स्पष्ट हो गया कि इस खेल में कहीं न कहीं वर्दीधारी भी शामिल हो सकते हैं।
श्यामतगंज बना सट्टेबाजों के लिए सेफ ज़ोन
बारादरी थाना क्षेत्र का श्यामतगंज कालीबाड़ी इलाका अब सट्टेबाजों का गढ़ बन चुका है। स्थानीय निवासियों के अनुसार, यहां रोजाना लाखों-करोड़ों का सट्टा खेला जाता है, लेकिन पुलिस की निष्क्रियता के चलते यह गोरखधंधा और मजबूत होता जा रहा है। सवाल उठता है कि क्या पुलिस वाकई इसे रोकना चाहती है, या फिर किसी बड़े संरक्षण में यह धंधा फल-फूल रहा है?
प्रशासन की चुप्पी से उठ रहे सवाल, आखिर कब होगी ठोस कार्रवाई?
बरेली पुलिस ने पहले भी सट्टेबाजी के खिलाफ अभियान चलाने का दावा किया था, लेकिन हकीकत यह है कि यह कारोबार आज भी पूरी ताकत से जारी है। पुलिस कार्रवाई सिर्फ दिखावे तक सीमित नजर आ रही है। शहर में अपराध का ग्राफ तेजी से बढ़ रहा है, और सट्टेबाजी के कारण कई युवा अपराध की ओर धकेले जा रहे हैं। यह गोरखधंधा कई परिवारों को बर्बादी की कगार पर ला चुका है।
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