बरेली: जुए के अड्डे पर पुलिस का छापा, नकली सॉस बनाने की फैक्टरी का भंडाफोड़
बरेली। बारादरी थाना क्षेत्र के गंगापुर में पुलिस की एक बड़ी कार्रवाई में जुए और सट्टे के अड्डे पर छापा मारते समय चौंकाने वाला खुलासा हुआ। पुलिस जिस हिस्ट्रीशीटर का पीछा कर रही थी, वह भागकर एक गोदाम में घुस गया। जब पुलिस वहां पहुंची, तो उन्हें अवैध रूप से संचालित एक नकली सॉस बनाने की फैक्टरी का पता चला, जहां हजारों लीटर मिलावटी सॉस और खतरनाक केमिकल पाए गए।
कैसे हुआ खुलासा?
गुरुवार को पुलिस को सूचना मिली थी कि गंगापुर में जुआ और सट्टे का अवैध धंधा चल रहा है। बारादरी थाना पुलिस ने मौके पर दबिश दी तो वहां मौजूद जुआरी भागने लगे। इस दौरान, जुआ संचालित कर रहा हिस्ट्रीशीटर चंदलाल पुलिस को चकमा देकर भाग निकला। पुलिस ने उसका पीछा किया और वह एक गोदाम में घुस गया।जैसे ही पुलिस अंदर दाखिल हुई, तो वहां का नज़ारा देखकर दंग रह गई। गोदाम में नकली टोमैटो सॉस, ग्रीन चिली सॉस, सिरका और सोया सॉस बनाए जा रहे थे। इन्हें बनाने में खतरनाक केमिकल का इस्तेमाल हो रहा था, जो सीधे लोगों की सेहत से खिलवाड़ था।
क्या-क्या बरामद हुआ?
पुलिस और खाद्य सुरक्षा विभाग (एफएसडीए) की टीम ने फैक्टरी से 5100 तैयार बोतलें और भारी मात्रा में केमिकल बरामद किए। मौके पर मिले दस्तावेजों में "नंदिनी फूड प्रोडक्ट" नाम की फर्म दर्ज थी, जिसे रंजीत नामक व्यक्ति के नाम पर पंजीकृत दिखाया गया था। हालांकि, दस्तावेजों की प्रामाणिकता की जांच की जा रही है।
शहरभर में सप्लाई हो रहा था ज़हरीला सॉस
स्थानीय लोगों से पूछताछ में पता चला कि यह नकली सॉस बेहद सस्ते दामों पर शहर के कई फास्ट फूड स्टॉल और होटलों में सप्लाई किया जाता था। इसका सेवन लोगों की सेहत के लिए बेहद खतरनाक साबित हो सकता था।
खाद्य सुरक्षा विभाग ने लिए सैंपल
मामले की गंभीरता को देखते हुए खाद्य सुरक्षा विभाग के सहायक आयुक्त अपूर्व श्रीवास्तव ने बताया कि 8 सैंपल जांच के लिए प्रयोगशाला भेजे गए हैं। रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
एसपी सिटी का बयान
एसपी सिटी मानुष पारीक ने कहा, "इस मामले की गहन जांच की जा रही है। पुलिस जल्द ही दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेगी। अवैध रूप से नकली खाद्य पदार्थ बेचने वालों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा।"
सख्त कार्रवाई की तैयारी
फिलहाल पुलिस ने हिस्ट्रीशीटर चंदलाल की तलाश तेज कर दी है और फैक्टरी को सील कर दिया गया है। यदि जांच रिपोर्ट में सॉस में हानिकारक केमिकल की पुष्टि होती है, तो फैक्टरी संचालकों पर खाद्य अधिनियम के तहत कड़ी कार्रवाई होगी।
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