"भारत में मुसलमान पूरी तरह सुरक्षित, पर्सनल लॉ बोर्ड भ्रम फैला रहा है – मौलाना शहाबुद्दीन
बरेली। ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना शहाबुद्दीन रजवी ने ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के उस बयान पर कड़ी नाराजगी जताई, जिसमें कहा गया था कि देश में मुसलमान सुरक्षित नहीं हैं। उन्होंने इसे गलत और गुमराह करने वाला बयान करार दिया और कहा कि भारत में मुसलमान पूरी तरह से सुरक्षित हैं और अपने धार्मिक कार्यों को पूरी आजादी के साथ करते हैं।
मौलाना शहाबुद्दीन ने कहा, "देश में मुसलमान अपने त्योहार, नमाज, रोजा, हज, जकात, जुलूस और उर्स आदि कार्यक्रम बिना किसी रोक-टोक के संपन्न करते हैं। सरकार या प्रशासन की ओर से किसी भी प्रकार की कोई बाधा नहीं डाली जाती।" उन्होंने मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के दावों को सिरे से खारिज कर दिया और कहा कि इस तरह के बयान केवल भ्रम फैलाने के लिए दिए जा रहे हैं।
रमजान में धरना प्रदर्शन पर उठाए सवाल
मौलाना शहाबुद्दीन ने वक्फ संशोधन बिल के विरोध में पर्सनल लॉ बोर्ड द्वारा दिल्ली के जंतर-मंतर पर किए जा रहे धरना प्रदर्शन पर भी आपत्ति जताई। उन्होंने कहा कि रमजान का महीना इबादत का होता है, न कि विरोध प्रदर्शन का।
"साल के 12 महीनों में रमजान ही धरना देने के लिए क्यों चुना गया? यह मुसलमानों को उनके धार्मिक कर्तव्यों से रोककर राजनीतिक गतिविधियों में शामिल करने की कोशिश है," मौलाना ने कहा। उन्होंने मुस्लिम समुदाय से अपील की कि वे रमजान के पवित्र महीने में पूरी श्रद्धा के साथ इबादत करें और ऐसे प्रदर्शनों से दूर रहें।
‘जो भारत को असुरक्षित बताते हैं, उन्हें पाकिस्तान भेजा जाए’
मौलाना शहाबुद्दीन ने केंद्र सरकार से मांग की कि जो लोग भारत में मुसलमानों को असुरक्षित बता रहे हैं, उन्हें पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश भेज देना चाहिए। उन्होंने कहा, "अगर वे इन देशों में रहेंगे तो वहां के हालात देखकर समझ जाएंगे कि भारत में मुसलमान कितने सुरक्षित और खुशहाल हैं।"
उन्होंने कहा कि भारत एक धर्मनिरपेक्ष और लोकतांत्रिक देश है, जहां सभी धर्मों को पूरी स्वतंत्रता दी गई है। उन्होंने मुस्लिम समाज से अपील की कि वे किसी भी भ्रामक प्रचार से बचें और देश की एकता और शांति बनाए रखने में योगदान दें।
एक टिप्पणी भेजें