Bareilly News: सवारी से ओवरलोड डग्गामार स्लीपर बस में खाई में पलटी, किशोर की मौत
बरेली। सीबीगंज थाना क्षेत्र में सवारियों से ओवरलोड डग्गामार स्लीपर बस अनियंत्रित होकर खाई में पलट गई। हादसे में एक किशोर की मौत हो गई, जबकि डेढ़ दर्जन से ज्यादा लोग घायल हो गए। दो थानों की पुलिस के साथ मौके पर पहुंचे एसपी उत्तरी ने बस को निकलवाकर घायलों को इलाज के लिए भिजवाया। इस दौरान करीब दो घंटे दिल्ली-लखनऊ हाईवे की एक लेन से आवागमन प्रभावित रहा। डग्गामार बस हरदोई से सवारियों को लेकर हरियाणा के बहादुरगंज जा रही थी। स्लीपर बस में शाहजहांपुर व आसपास के जिलों के मजदूर व उनके परिजन भी थे। बताया जा रहा है कि बस में करीब दो सौ से ज्यादा लोग सवार थे, जिनमें से करीब पचास छत पर बैठे थे। इन सभी से प्रति व्यक्ति पांच सौ रुपये किराया वसूला गया था। बस झुमका चौराहे से एक किमी आगे नहर की पुलिया पर अनियंत्रित होकर खाई में पलट गई। इससे छत पर बैठे कई लोग नीचे गिर पड़े तो बस में बैठे लोग एक-दूसरे के नीचे दब गए।
हादसे में लखीमपुर खीरी के मझगवां निवासी संजय के 14 वर्षीय बेटे प्रवीण की दबकर मौत हो गई। संजय, उनकी पत्नी किरन, बेटा रिंकू, रिंकू की पत्नी प्रियंका घायल हो गए। प्रियंका का पैर टूट गया। इनके साथ ही शाहजहांपुर के जलालाबाद निवासी प्रीति पत्नी राजेश, सुमन देवी, सुनीता, सोहन कुशवाहा, तुलसीराम व दयावती घायल हुए। पुवायां की शिवानी को भी चोटें आईं।
हादसे की सूचना पर सबसे पहले फतेहगंज पश्चिमी थाना प्रभारी धनंजय पांडेय अपनी टीम के साथ पहुंच गए। एसपी उत्तरी मुकेश मिश्रा, सीओ हाईवे नितिन कुमार के बाद सीबीगंज थाना प्रभारी पहुंच सके।
एक लेन प्रभावित होने से दिल्ली व लखनऊ दिशा के वाहन फंसे तो अफसरों ने झुमका चौराहा और दूसरे मार्गों से वाहनों को डायवर्ट कराया। बस हटाने के बाद संचालन व्यवस्थित हुआ। एसपी उत्तरी ने बताया कि करीब डेढ़ दर्जन लोगों को हल्की चोटें आई थीं।
भूसे की तरह सवारियां भरती है डग्गामार बसे
बरेली और आसपास के जिलों से डग्गामार बसों का संचालन बड़े पैमाने पर किया जाता है। बरेली से दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, चंडीगढ़, राजस्थान सहित तमाम राज्यों के लिए डग्गामार बस संचालित की जाती है। कुछ बसें बरेली से बनकर चलती हैं। कुछ बसें आसपास के जिलों से बरेली होकर जाती हैं। इन डग्गामार बसों में सवारियों को भूसे की तरह भरा जाता है। करीब तबके के मजदूर लोग इन बसों में कम पैसों के लालच में सफर करते हैं। जो अपनी जान को जोखिम में डालते हैं। डग्गामार बसों के तमाम हादसे सामने आने के बाद भी परिवहन विभाग इन पर अंकुश नहीं लग पा रहा है। बताया जाता है कि अधिकांश डग्गामार बसों का संचालन करने वाले लोगों का कई प्रदेशों में बड़ा नेटवर्क है। जिसके दम पर इन बसों का संचालन किया जाता है। जानकारी के अनुसार प्रत्येक जिले के परिवहन विभाग को इन डग्गामार बसों के संचालन के लिए हर महा सुविधा शुल्क पहुंचाया जाता है।
डग्गामार बसों से की जाती है तस्करी व टैक्स चोरी
डग्गामार बसों से बड़े पैमाने पर तस्करी व टैक्स चोरी का भी काम किया जाता है। हाल ही में भमोरा थाना क्षेत्र में डग्गामार बस में ही भारी मात्रा में डोडा बरामद किया गया था। आपको बता दें कि डग्गामार बसों के द्वारा एक राज्य से दूसरे राज्य में भारी मात्रा में माल की सप्लाई की जाती है। यह माल अधिकांश बिना बिल पर्चे के होता है। वही इन बसों से बड़े पैमाने पर तस्करी का कारोबार भी किया जाता है। रात के अंधेरे में शहर के अंदर और हाईवे पर तमाम डग्गामार बसें सवारी बैठी और दौड़ती हुई देखी जा सकती है।
एक टिप्पणी भेजें