Bareilly: बरेली में उत्तराखंड के वरिष्ठ पीसीएस अफसर के आवास पर ईडी का छापा
बरेली। उत्तराखंड के डोईवाला चीनी मिल के अधिशासी निदेशक वरिष्ठ पीसीएस अफसर दिनेश प्रताप सिंह के बरेली इंटरनेशनल सिटी स्थित आवास पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) का छापा पड़ा है। उत्तराखंड में भूमि अधिग्रहण घोटाले मामले में इनकी जांच चल रही है। इनकी पत्नी अलका सिंह कांग्रेस के टिकट पर बिथरी चैनपुर सीट से विधायक प्रत्याशी रही हैं। गुरुवार दोपहर छापा पड़ने की सूचना से अफसर समेत राजनीतिक खेमे में हलचल मच गई। सुबह करीब नौ बजे ईडी की टीम पांच गाड़ियों से उनके आवास पर पहुंची। घर पर कोई मौजूद नहीं था। टीम ने गेट का ताला तोड़कर प्रवेश किया और मुख्य द्वार का कुंडा भी निकाल दिया। फिर क्रमवार लॉकर को तोड़कर जांच शुरू की। दोपहर तीन बजे तक टीम की जांच जारी रही। अभी तक क्या रहा, इसपर मीडिया से कोई जानकारी साझा करने से इनकार कर दिया। बताते हैं कि मौके से टीम प्राप्त दस्तावेज को साथ लेकर जाएगी। जानकारी के मुताबिक दिनेश प्रताप सिंह राष्ट्रीय राजमार्ग-74 भूमि अधिग्रहण घोटाले में मुख्य आरोपी रहे हैं। वर्ष 2011 से 2016 के बीच गदरपुर और आसपास की कृषि भूमि को गैर–कृषि दिखाकर करोड़ों के मुआवजे का 240 करोड़ रुपये से अधिक का खेल किया। नवंबर 2017 में एसआईटी ने गिरफ्तार कर जेल भेजा और 15 माह बाद हाईकोर्ट से जमानत पर रिहा हुए। दिनेश प्रताप की पत्नी अलका सिंह ने वर्ष 2022 में बिथरी चैनपुर विधानसभा सीट से कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ा था। इससे पूर्व अलका सिंह भाजपा में भी रहीं। भाजपा से टिकट न मिलने पर कांग्रेस में गईं थीं। इधर, चुनाव खर्च के बजट में भी काली कमाई खपाने का अंदेशा है। करोड़ों की चल अचल संपत्तियों को खरीदने की भी चर्चा है। इनकी बेटी हार्वर्ड यूनिवर्सिटी में पढ़ाई कर रही है। आवास पर पिछले साल से ही कोई नहीं आया है।
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