पति की मौत के बाद मृतक आश्रित कोटे से मिली नौकरी, बहू ने सास से तोड़ा नाता, अफसर से रचाई शादी
बरेली। नगर निगम से जुड़े एक मामले में मृतक आश्रित कोटे से मिली नौकरी पाने के बाद पुत्रवधू द्वारा अपनी सास से धोखा देने का मामला सामने आया है। महिला कर्मी ने विभाग के ही एक पूर्व अधिकारी से विवाह कर लिया, लेकिन अपने शपथपत्र में किए गए वचन को निभाने से मुकर गई। इस प्रकरण के सार्वजनिक होने के बाद अब मामला नगर निगम में चर्चा का विषय बना हुआ है।
शिकायत के अनुसार, नगर निगम में कार्यरत रहे एक कर्मचारी की 21 मई 2015 को मृत्यु हो गई थी। उनके स्थान पर मृतक आश्रित कोटे से पहले बेटे को नौकरी मिली थी। बेटे की बीमारी के इलाज के लिए सास ने 12 लाख रुपये का कर्ज लिया, लेकिन इलाज के बावजूद 2018 में बेटे की मृत्यु हो गई। इसके बाद पुत्रवधू को मृतक आश्रित के तहत नौकरी दी गई।
नौकरी हासिल करते वक्त बहू ने अपर नगर आयुक्त के समक्ष शपथपत्र दाखिल कर यह वादा किया था कि वह अपने सेवाकाल अथवा जीवनभर सास की देखभाल करेगी और लोन की किस्तें अपने वेतन से चुकाएगी। लेकिन कुछ समय बाद उसने इस जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ लिया और अपनी ही विभाग के एक अधिकारी से विवाह कर लिया।
अपनी शिकायत में सास ने विवाह की तस्वीरें और शपथपत्र की प्रति नगर आयुक्त को सौंपी है। उनका आरोप है कि पुत्रवधू अब न तो उनका ध्यान रख रही है और न ही लोन चुका रही है। यह आचरण कर्मचारी सेवा नियमावली का उल्लंघन है।
नगर आयुक्त ने मामले को गंभीरता से लेते हुए अपर नगर आयुक्त को जांच सौंप दी है। शिकायत के सार्वजनिक होते ही नगर निगम के भीतर नौकरी के दुरुपयोग और नैतिक दायित्वों को लेकर बहस छिड़ गई है।
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