अपहरण, फिरौती और बंधक बनाकर वसूली का आरोप: बरेली में चौकी इंचार्ज समेत दो सिपाही सस्पेंड
नशे का झूठा आरोप लगाकर युवक को उठाया, निजी मकान में बंधक बनाकर दो लाख की मांग, SSP ने की सख्त कार्रवाई
बरेली। फतेहगंज पश्चिमी पुलिस पर भरोसा करने वाले आम नागरिकों को उस वक्त गहरा झटका लगा जब बरेली जिले के फतेहगंज पश्चिमी क्षेत्र में कानून की रखवाली करने वाले ही कानून तोड़ते हुए पकड़े गए। आरोप है कि चौकी इंचार्ज और दो सिपाहियों ने मिलकर एक युवक का अपहरण किया, उसे एक निजी मकान में बंद कर बंधक बनाया और उसके परिवार से दो लाख रुपये की मांग की।
तलाशी के बहाने घर में घुसे, युवक को उठाकर ले गए
जानकारी के अनुसार, फतेहगंज पश्चिमी निवासी बलवीर नामक युवक के घर चौकी प्रभारी बलवीर सिंह, सिपाही मोहित चौधरी और हिमांशु पहुंचे। उन्होंने तलाशी के नाम पर घर में तोड़फोड़ की और बलवीर को जबरन अपने साथ ले गए। युवक को चौकी न ले जाकर एक निजी मकान में कैद किया गया।
नशे के कारोबार का झूठा आरोप, परिजनों से मांगी फिरौती
आरोप है कि पुलिसकर्मियों ने बलवीर पर स्मैक के कारोबार का झूठा आरोप लगाकर उसके परिवार से दो लाख रुपये की मांग की। परिजनों ने मामले की गंभीरता को समझते हुए तुरंत आईजी और एसएसपी बरेली को सूचित किया।
सीओ हाईवे ने छापा मारकर युवक को छुड़ाया
एसएसपी अनुराग आर्य ने तुरंत सीओ हाईवे को मौके पर भेजा। जब टीम पहुंची, तो पुलिसकर्मी मौके से भाग खड़े हुए। युवक को सकुशल मुक्त कराया गया और पूरा मामला उजागर हुआ।
पुलिसकर्मियों पर FIR, निलंबन की कार्रवाई
प्राथमिक जांच में आरोप सही पाए जाने पर एसएसपी ने तीनों पुलिसकर्मियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया। उनके खिलाफ आपराधिक धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।
पुलिस विभाग की साख पर सवाल
इस घटना ने एक बार फिर पुलिस महकमे की कार्यशैली पर सवाल खड़े कर दिए हैं। जिस पुलिस पर लोगों की सुरक्षा का जिम्मा है, वही अगर जबरन वसूली और अपहरण जैसे संगीन अपराधों में शामिल हो जाए, तो कानून व्यवस्था पर जनता का भरोसा डगमगाना स्वाभाविक है।
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