बरेली में दो पक्षों में हिंसक झड़प, दोनों पक्षों से पुलिस ने दर्ज की क्रॉस FIR दर्ज
बरेली। शहर के किला थाना क्षेत्र में दो पक्षों के बीच हुई मारपीट के मामले ने तूल पकड़ लिया है। तीन साल के मासूम को बचाने की कोशिश में विवाद इतना बढ़ गया कि दोनों पक्षों ने एक-दूसरे पर गंभीर आरोप लगाते हुए पुलिस में शिकायत दर्ज करा दी। पुलिस ने दोनों पक्षों की तहरीर पर क्रॉस FIR दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
घटना 28 फरवरी की शाम की बताई जा रही है। सरताज शाह नामक व्यक्ति का तीन साल का बेटा घर से बाहर दुकान पर सामान लेने जा रहा था, तभी मोहल्ले का ही एक युवक मून, जो कि आबिद का बेटा है, तेज रफ्तार बाइक लेकर वहां से गुजरा। आरोप है कि बाइक की तेज रफ्तार से बच्चा बाल-बाल बच गया। जब सरताज ने इस पर आपत्ति जताई, तो मून ने कथित तौर पर गाली-गलौज शुरू कर दी। मामला इतना बढ़ गया कि मून ने अपने घर के अन्य सदस्यों को बुला लिया, जिन्होंने मिलकर सरताज की पिटाई कर दी।
सरताज शाह ने तहरीर में आरोप लगाया कि उसके साथ मुस्तफा, शाबाव, आबिद, ताहिर और शकील नामक व्यक्तियों ने मारपीट की, जिससे उसके मुंह, नाक और कान से खून बहने लगा। सरताज ने खुद को हृदय रोगी बताते हुए कहा कि इस हमले से उसकी जान को भी खतरा हो सकता था। इसी दौरान मोहल्ले के ही तारिक मियां बीच-बचाव करने आए, जिन्हें भी हमलावरों ने पीट दिया। तारिक मियां और उनका भाई आरिफ पहले से गंभीर बीमारियों से जूझ रहे हैं, जिसके बावजूद उन्हें धमकाया गया और उनके घर में घुसकर डराने की कोशिश की गई।
दूसरे पक्ष ने भी लगाया गंभीर आरोप
वहीं, दूसरे पक्ष से अकील अहमद ने भी पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है। उनकी तहरीर के मुताबिक, उनका बेटा शवाव अपने घर लौट रहा था, तभी कुछ लोगों ने, जो कपड़ों की फेरी का काम करते हैं, गाली-गलौज शुरू कर दी। जब शवाव ने सड़क पर ठेले और गाड़ियां खड़ी करने का विरोध किया, तो सरताज शाह, अरवाज शाह, मोसिन और अन्य अज्ञात व्यक्तियों ने मारपीट शुरू कर दी और जान से मारने की धमकी दी। आरोपियों ने यहां तक कहा कि यदि अकील अपना मकान उन्हें नहीं बेचेगा, तो वे उसे चैन से नहीं रहने देंगे और लगातार झगड़ा करते रहेंगे।
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