बरेली में बड़ा हादसा: सिलिंडर फटने से गैस एजेंसी का गोदाम उड़ा, धमाकों से दहला इलाका
बरेली। बिथरी चैनपुर थाना क्षेत्र के रजऊ परसपुर में सोमवार दोपहर दिल दहला देने वाला हादसा हुआ। महालक्ष्मी गैस एजेंसी के गोदाम में सिलिंडर फटने से जबरदस्त धमाका हुआ, जिसने पूरे गोदाम को आग की लपटों में समेट लिया। धमाके इतने भीषण थे कि इलाके में अफरा-तफरी मच गई, और आग की लपटें दूर से ही नजर आने लगीं। देखते ही देखते आग ने विकराल रूप धारण कर लिया, जिससे गैस गोदाम पूरी तरह तबाह हो गया।
500 मीटर दूर तक गिरे सिलिंडरों के टुकड़े, इलाके में दहशत
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, धमाके इतने शक्तिशाली थे कि सिलिंडरों के टुकड़े 500 मीटर दूर तक जाकर गिरे। खेतों और आसपास के इलाके में सिलिंडरों के टुकड़े बिखरे पड़े मिले, जिससे पूरे गांव में दहशत फैल गई। जैसे ही धमाकों की आवाज गूंजी, ग्रामीण अपने-अपने घरों से बाहर निकल आए। घटना का वीडियो भी लोगों ने मोबाइल में कैद कर लिया, जो अब तेजी से वायरल हो रहा है।
ट्रक में लगी आग बनी हादसे की वजह
प्राप्त जानकारी के अनुसार, सोमवार को गैस एजेंसी में सिलिंडरों से भरा एक ट्रक खड़ा था। इसी दौरान ट्रक के केबिन में अचानक आग लग गई, जिसने पहले उसमें रखे एक सिलिंडर को चपेट में लिया। पहला धमाका होते ही आग तेजी से फैल गई और देखते ही देखते पूरा ट्रक और गैस गोदाम आग की लपटों में घिर गया। इसके बाद सिलिंडर एक के बाद एक फटते चले गए और पूरा इलाका धमाकों की गूंज से दहल उठा।
गनीमत रही, कोई जनहानि नहीं
जिस गैस एजेंसी गोदाम में यह हादसा हुआ, वह सोमवार को बंद रहता है। घटना के समय वहां सिर्फ चौकीदार और ट्रक चालक मौजूद थे, जो समय रहते वहां से भाग निकले और अपनी जान बचा ली। वहीं, गोदाम आबादी से काफी दूर था, जिससे कोई बड़ा नुकसान नहीं हुआ। अगर यह हादसा रिहायशी इलाके में हुआ होता, तो स्थिति भयावह हो सकती थी।
फायर ब्रिगेड और प्रशासन मौके पर पहुंचे
घटना की सूचना मिलते ही दमकल विभाग और पुलिस की टीम मौके पर पहुंची। आग बुझाने के लिए फायर ब्रिगेड को कड़ी मशक्कत करनी पड़ी। कई घंटों की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया, लेकिन तब तक पूरा गोदाम जलकर राख हो चुका था।
प्रशासन ने शुरू की जांच, सुरक्षा मानकों पर उठे सवाल
इस हादसे के बाद प्रशासन ने जांच शुरू कर दी है। सवाल उठ रहे हैं कि आखिर ट्रक के केबिन में आग कैसे लगी और क्या गैस एजेंसी में सुरक्षा मानकों का पालन किया जा रहा था? हादसे के बाद स्थानीय लोगों में भी आक्रोश है और वे इस मामले में ठोस कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
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