Bareilly: अखिल भारतीय उत्तराखण्ड महासभा द्वारा अष्टम हरेला महोत्सव बड़े ही धूमधाम से मनाया
बरेली। उत्तराखण्ड के लोकपर्व हरियाली के प्रतीक हरेला को ध्यान में रखते हुए रविवार को अखिल भारतीय उत्तराखंड महासभा की बरेली इकाई द्वारा अष्टम हरेला महोत्सव-2024 पर्यावरण संरक्षण और संर्वधन को समर्पित करते हुए सीबीगंज के सरस्वती शिशु मंदिर के सभागार में बड़े हर्षोल्लास से मनाया गया। प्रातः 10 बजे से सांय 4 बजे तक चले इस कार्यक्रम के प्रथम चरण में मातृशक्ति द्वारा उत्तराखण्ड के पारम्परिक परिधानों में पर्यावरण के प्रति जन साधारण को जागरूक करते हुए बड़ी उंमग व जोश के साथ रैली निकाली गई। महासभा द्वारा नागरिक अभिनंदन सम्मान कर्नल एमसी पंत (भारतीय सेना) को एंव "वृक्ष मित्र सम्मान" डॉ. संदीप सरन (प्रधान वैज्ञानिक आईवीआरआई बरेली) को उनके क्षेत्र विशेष में अपनी अटूट सेवा और सर्मपण द्वारा अविस्मरणीय योगदान के लिए दिया गया।
इसके साथ "वृद्धजन अभिनंदन" व प्रतिभाशाली छात्रो को भी महासभा द्वारा सम्मानित किया गया। पर्वतीय संस्कृति की अदभुत छटा यहाँ के स्थानीय कलाकारों द्वारा अपने लोकगीतों, लोक नृत्यो से अविरल रूप से सभी को मंत्रमुग्ध कर रही थी। पर्यावरण संरक्षण व संवर्धन सम्बन्धी प्रेरक संदेशो से युक्त क्रायक्रमों ने सभी को वृक्ष लगाने के लिए संकल्पित किया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि वन एवं पर्यावरण मंत्री डॉ. अरुण कुमार ने अपने प्रेरक उदबोधन से वृक्ष लगाओं के साथ-साथ वृक्ष बचाओं का भी महत्वपूर्ण संदेश दिया और महासभा के द्वारा किये जा रहे सामाजिक प्रयासों की भूरि भूरि प्रशसा भी की तथा एक पेड़ माँ के नाम से सभी से रोपित करने का आहवान किया। अति विशिष्ट अतिथि प्रसिद्ध समाजसेवी व भाजपा नेता एडवोकेट अनिल सक्सैना ने सामाजिक उदेश्यो को लिए ऐसे आयोजनों की प्रांसिगिकता पर प्रकाश डालते हुए पर्यावरण संरक्षण के प्रति सभी के सकारात्मक योगदान को अनिवार्य बताया। इस अवसर पर प्रसिद्ध लोक गायक पूरनरनदानु, जगदीश आर्या व आनन्द रोथियाल द्वारा अपने लोकगीतो से सभी को झूमने के लिए मजबूर कर दिया। कार्यक्रम का सफल संचालन मंशा मिश्रा द्वारा किया गया। अंत में सभा के अध्यक्ष दामोदर लोहनी व संरक्षक जेसी काला ने सभी का आभार प्रकट करते हुए आगामी आयोजनों को और अधिक रचनात्मक व समाज उपयोगी बनाने का संकल्प व्यक्त किया। इस अवसर पर महासमा के सभी पदाधिकारी व सदस्यों का सक्रिय सहयोग व बहुमूल्य योगदान रहा। इस अवसर पर चंदन सिंह नेगी, सतीश नैथानी, पुष्कर राना, सुबोध खर्कवाल, अभीजीत नेगी के साथ काफी संख्या में लोग मौजूद रहे।
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