Bareilly News: मेट्रो में सीएम केजरीवाल के लिए धमकी भरा संदेश लिखने वाला आरोपी बैंक मैनेजर गिरफ्तार
नई दिल्ली/बरेली। दिल्ली पुलिस की मेट्रो यूनिट ने मंगलवार को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के खिलाफ मेट्रो में धमकी भरे संदेश लिखने के आरोपी सहायक बैंक प्रबंधक अंकित गोयल को बरेली से गिरफ्तार कर लिया। अंकित बुलंदशहर का निवासी है और बरेली में तैनात है। आरोपी को तीस हजारी कोर्ट से जमानत भी मिल गई है। आरोपी ने पटेल नगर और राजीव चौक मेट्रो स्टेशन पर सीएम अरविंद केजरीवाल काे जान से मारने की धमकी देते हुए संदेश लिखा था।
दिल्ली पुलिस को संदेश लिखते हुए सीसीटीवी कैमरों की फुटेज मिली थी। इसके जरिये पुलिस ने आरोपी को ट्रेस किया। जांच में सामने आया कि वह किसी राजनीतिक पार्टी से नहीं जुड़ा है। वह ग्रेटर नोएडा में एक संपत्ति की रजिस्ट्री कराने आया था। इस दौरान वह एक फाइव स्टार होटल में ठहरा था और 19 मई को संदेश लिखने के बाद वापस चला गया था।
जमानत मिलने के बाद आरोपी ने कहा कि वह केजरीवाल का समर्थक है। वर्ष 2011 में अन्ना हजारे के साथ केजरीवाल को देखा था। तब और अब में बड़ा अंतर है। दिल्ली सरकार पर कई घोटाले के आरोप हैं। केजरीवाल अब बदल गए हैं। उन्हें 45 करोड़ रुपये बंगले पर नहीं, बल्कि शिक्षा व सड़कों पर खर्च करना चाहिए था। अंकित ने कहा कि उसने जो संदेश लिखा था, उससे वह चर्चित नहीं होना चाहता था।
दोस्त की कार से किया गिरफ्तार
दिल्ली पुलिस मंगलवार रात बरेली आई थी। इस दौरान एक कार ट्रेस की गई, जिसमें बैठकर अंकित जा रहा था। पता लगा कि कार उसके दोस्त की है। पुलिस ने कार के मालिक का नाम-पता सर्च किया और उसे कॉल करके जानकारी दी। फिर उसी की मदद से अंकित को गिरफ्तार कर दिल्ली ले जाया गया। एसपी सिटी बरेली राहुल भाटी ने बताया कि दिल्ली पुलिस ने बरेली पुलिस को इसकी जानकारी नहीं दी है। 33 वर्षीय अंकित मूल रूप से बुलंदशहर के डिप्टीगंज पत्थर वाली गली का निवासी है।
हर मेसेज के साथ लिखी इंस्टाग्राम आईडी
अंकित की हरकतों से ऐसा लग रहा है कि उसने प्रसिद्धि पाने के लिए धमकी भरे मेसेज लिखे थे, क्योंकि उसने टिप्पणी के साथ अपनी असली इंस्टाग्राम आईडी भी लिखी थी। जब दिल्ली सरकार की एक मंत्री प्रेस काॅन्फ्रेंस कर धमकी भरे मेसेज को विपक्षियों की साजिश बता रही थीं तो भी अंकित खुलेआम पोस्ट कर रहा था।
तीन साल से चल रहा अंकित का इलाज: एलडीएम
जिले के लीड बैंक मैनेजर वीके अरोरा ने स्वीकार किया कि अंकित की तैनाती चार साल से बरेली में है। पहले वह बैंक ऑफ बड़ौदा की परसाखेड़ा शाखा में तैनात थे। अब स्टेशन रोड शाखा में सहायक प्रबंधक के रूप में तैनाती है। बताया कि अंकित को मानसिक समस्या है। दिल्ली के किसी बड़े न्यूरो फिजीशियन से तीन साल से इलाज चल रहा है। बीच में जब भी अंकित की दवा बंद हो जाती है तो वह इस तरह की हरकतें करने लगता है। मंगलवार तक अंकित ने ड्यूटी की। अब उन्हें ये जानकारी मिली है। दिल्ली पुलिस कुछ लिखापढ़ी में भेजेगी तो विभागीय कार्रवाई पर विचार किया जा सकता है।
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