Bareilly News: सरकारी शौचालय से कब्जा हटाने पहुंची टीम पर उग्र हुई भीड़, हंगामा
पार्षद और उसके बेटे पर रिश्वत लेने का आरोप
सरकारी शौचालय पर मशहूर मुन्ना कबाड़ी का है कब्जा
बरेली। बिहारीपुर में सरकारी शौचालय पर कब्जा हटाने पहुंची नगर निगम टीम पर क्षेत्रवासी उग्र हो गए। इस दौरान हाथापाई की भी नौबत आई। इससे मामले ने काफी तूल पकड़ लिया। काफी मशक्कत के बाद टीम शौचालय को मुक्त करा सकी। हंगामे के बीच पार्षद और उसके बेटे पर भी रिश्वत लेने का आरोप लगा है।
वार्ड एक बिहारीपुर की पार्षद संतोष कश्यप ने आईजीआरएस पर शिकायत की थी कि उनके क्षेत्र में बने सरकारी शौचालय पर मुन्ना कबाड़ी ने कब्जा कर रखा है। शिकायत पर शुक्रवार को नगर आयुक्त निधि गुप्ता वत्स के आदेश पर अतिक्रमण दस्ता मौके पर पहुंचा। टीम को देखते ही भीड़ उग्र हो गई और हंगामा खड़ा हो गया। हाथापाई की नौबत आ गई। इसी दौरान कब्जा करने वाले शहर के मशहूर मुन्ना कबाड़ी ने पार्षद के बेटे ऋषभ पर आरोप लगा दिया कि वह दो दिन पूर्व ही दो हजार रुपये लेकर गया है। इसके बाद भी शिकायत कर दी। इतना सुनते ही ऋषभ शौचालय में जाकर छुप गया। वहीं टीम ने जैसे-तैसे शौचालय में रखे सामान को हटाया और ताला डाल दिया।
पार्षद संतोष के बेटे ऋषभ ने कहा कि उन्होंने करीब 15 दिन पहले मुन्ना से मुलाकात कर कबाड़े की स्कूटी की डील की थी। उसने स्कूटी लेकर बाइक मैकेनिक को दी तो उसकी बॉडी काम की नहीं निकली। उसने दोबारा से मुन्ना को स्कूटी वापस कर रुपये वापस लिए थे। इन्हीं रुपयों की वह बात कर रहा है। पूरे घटनाक्रम की उनके पास ऑडियो भी है। उनकी मां संतोष ने कई बार पार्षद होने के नाते अतिक्रमण की शिकायत भी की है। मुन्ना उनके परिवार से दुश्मनी भी मानता है।
इस मामले में पार्षद संतोष ने नगर आयुक्त को भी प्रार्थना पत्र दिया है। इसमें बताया है कि नगर निगम की संपत्ति पर मुन्ना ने कब्जा कर रखा था। अतिक्रमण हटने के बाद भी बार-बार सरकारी शौचालय पर कब्जा करता रहता है। इसमें वह चोरी का माल रखता है और चोरी की ही बिजली चलाता हैं क्षेत्र के लोगों की नाराजगी के कारण उन्होंने निगम की टीम के साथ स्वंय जाकर शौचालय खाली करवाकर ताला लगा दिया है। शौचालय में बाइक और साइकिल अन्य सामान छुपा रखा गया था। इस पूरे मामले में पार्षद के बेटे ऋषभ द्वारा रुपये लेने और स्कूटी की बॉडी लेने का मामला सामने आ रहा है। इसके बाद ही मामले में शिकायत की गई है। वहीं देखा जाए तो पार्षद खुद बता रही है कि मुन्ना चोरी का माल रखता है, तो बेटे ने चोरी के माल की ही डील की थी। यह बात भी पुष्ट होती है। वहीं अब इस मामले में पुलिस जांच होती है तो ही मामला साफ हो सकेगा।
अतिक्रमण प्रभारी ललतेश सक्सेना ने बताया कि टीम अतिक्रमण मुक्त कराने गई थी, इस दौरान कई लोगों ने हंगामा किया। इसके बाद शौचालय को खाली करवाकर टीम लौट आई है। अब दोबारा अतिक्रमण ना हो इसके लिए पुलिस की मदद भी ली जाएगी।
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