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“माफ करना प्रभु…” – बरेली के मंदिर में चोरी से पहले चोर ने भगवान से मांगी माफी, CCTV वीडियो वायरल

“माफ करना प्रभु…” – बरेली के मंदिर में चोरी से पहले चोर ने भगवान से मांगी माफी, CCTV वीडियो वायरल


रिपोर्ट: रोहिताश कुमार /बरेली।
जिले के आंवला क्षेत्र से एक अजीबो-गरीब और भावनात्मक रूप से झकझोर देने वाला मामला सामने आया है। यहां एक प्राचीन मंदिर में चोरी करने से पहले चोर ने हाथ जोड़कर भगवान से माफी मांगी — और यह पूरा दृश्य मंदिर में लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गया। घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है और लोग इस पर तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं। कोई उसे मजबूर ‘भक्त चोर’ बता रहा है तो कोई इसे आस्था के नाम पर अपराध करार दे रहा है।

क्या है मामला?

घटना रविवार तड़के बरेली जिले के आंवला कस्बे के पक्का कटरा, ठाकुरद्वारा गली स्थित श्री राधा कृष्ण मंदिर की है। मंदिर के पुजारी राजीव त्रिपाठी के मुताबिक, सुबह करीब 5:35 बजे एक अज्ञात व्यक्ति मंदिर में दाखिल हुआ और अष्टधातु की आठ मूर्तियां चोरी करके ले गया।

सबसे चौंकाने वाली बात यह रही कि चोर मंदिर में दाखिल होने से पहले गेट पर रुककर हाथ जोड़ता है और भगवान से क्षमा याचना करता है। फिर वह भीतर जाकर मूर्तियों को एक थैले में भरकर निकल जाता है। यह सारी घटना मंदिर में लगे सीसीटीवी में रिकॉर्ड हो गई है।

इलाके में आक्रोश

चोरी की खबर फैलते ही मोहल्ले के लोग मंदिर पर एकत्र हो गए और पुलिस को सूचना दी गई। सभासद पति संजय अग्रवाल उर्फ बॉबी ने बताया कि इस घटना ने लोगों की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाई है और प्रशासन से मांग की कि आरोपी को जल्द गिरफ्तार कर सख्त सजा दी जाए।

पुलिस कर रही जांच

पुलिस ने CCTV फुटेज के आधार पर चोर की पहचान और तलाश शुरू कर दी है। थाने में शिकायत दर्ज की जा चुकी है। स्थानीय लोगों ने यह भी सवाल उठाया कि इतनी बड़ी चोरी एक संकरे मोहल्ले के मंदिर में हो गई और किसी को भनक तक नहीं लगी — क्या यह सुरक्षा में बड़ी चूक नहीं है?

यह केवल चोरी नहीं, आस्था पर हमला है

यह मामला साधारण चोरी नहीं, बल्कि धार्मिक आस्था और सामाजिक ताने-बाने पर चोट की तरह देखा जा रहा है। सोशल मीडिया पर लोग कह रहे हैं:

 • “शायद मजबूरी में चुराया, लेकिन भगवान से माफी मांगकर यह भी स्वीकार किया कि यह गलत है।”

 • “अगर माफी मांगने से अपराध कम हो जाए तो फिर जेलों की ज़रूरत ही नहीं होती!”

 • “यह मामला बताता है कि अपराध करने वालों में भी कहीं न कहीं डर और आस्था बाकी है, लेकिन वह आस्था इतनी कमजोर है कि लोभ उस पर भारी पड़ गया।”

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