आईपीएस अजय साहनी: अपराधियों का काल, बरेली की नई कमान
2009 बैच के तेजतर्रार आईपीएस अजय साहनी ने चार्ज संभालते ही अपने सख्त तेवर दिखा दिए हैं। उनकी प्राथमिकताओं में कानून-व्यवस्था, साइबर क्राइम पर लगाम, बीट पुलिसिंग को मजबूत बनाना और सामाजिक सौहार्द बनाए रखना शामिल है।
एनकाउंटर स्पेशलिस्ट का दबंग अंदाज
दो साधुओं की हत्या से फैली सनसनी के बीच साहनी ने सात अपराधियों को ढेर कर दिया, जिसमें एक ही दिन में चार का सफाया हुआ—जो यूपी पुलिस के इतिहास में दर्ज हो चुका है!
शराब माफिया और संगठित अपराध पर प्रहार
बाराबंकी में शराब तस्करी का पर्दाफाश करने से लेकर मेरठ में ऊंट कुर्बानी रोकने तक, साहनी ने सख्त फैसलों से अपराधियों को घुटने टेकने पर मजबूर किया।
जौनपुर में रहते हुए छह दुर्दांत अपराधियों का एनकाउंटर किया, कई को सरेंडर करने पर मजबूर किया, और बाकी को सलाखों के पीछे पहुंचाया।
भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस, सख्त कार्रवाई
खनन माफिया हाजी इकबाल की संपत्ति को लेकर साहनी ने बड़ा एक्शन लिया—एक इंस्पेक्टर पर एफआईआर दर्ज कराई, अब उसकी नौकरी पर संकट मंडरा रहा है।
तीन बार डीजीपी मेडल, दो बार राष्ट्रपति वीरता पदक, और मुख्यमंत्री द्वारा शौर्य सम्मान—इनकी बहादुरी पर कोई सवाल नहीं!
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