सुहाना बनी सोनी मौर्य, हिंदू युवक से रचाई शादी,स्वेच्छा से अपनाया सनातन धर्म, परिवार से जान का खतरा जताया
बरेली। धर्म और प्रेम के मेल का एक और मामला सामने आया है। मुरादाबाद निवासी एक मुस्लिम युवती ने स्वेच्छा से इस्लाम धर्म छोड़कर सनातन धर्म अपना लिया और बरेली निवासी शिवम मौर्य से हिंदू रीति-रिवाजों के अनुसार सात फेरे लिए। युवती ने डीएम को प्रार्थना पत्र देकर खुद को बालिग बताते हुए कहा कि उसने किसी भी प्रकार के दबाव या प्रलोभन के बिना यह फैसला लिया है। हालांकि, अब उसे अपने ही परिवार से जान का खतरा है।
इंस्टाग्राम से शुरू हुआ रिश्ता, आश्रम में रचाई शादी
युवती, जो अब अपना नया नाम सोनी मौर्य रख चुकी है, मूल रूप से मुरादाबाद के मूढ़ापांडे थाना क्षेत्र के खाई खेड़ा गांव की रहने वाली है। उसने बताया कि पिछले पांच वर्षों से वह सनातन धर्म और इसकी परंपराओं से प्रभावित थी। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म इंस्टाग्राम पर उसकी मुलाकात शिवम से हुई। दोनों के बीच दोस्ती गहरी हुई और आखिरकार उन्होंने विवाह का निर्णय ले लिया।
करीब आठ दिन पहले युवती बरेली पहुंची, जहां अगस्त्य मुनि आश्रम में गंगाजल और गौमूत्र से शुद्धिकरण कराकर दोनों ने विधिवत विवाह किया।
शुद्धिकरण और विवाह की पुष्टि आश्रम के पुजारी ने की
अगस्त्य मुनि आश्रम के पंडित के.के. शंखधार ने बताया कि युवती ने पूरी श्रद्धा और स्वेच्छा से धर्म परिवर्तन कर विवाह किया। उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार के दौरान धर्म परिवर्तन कर घर वापसी करने वाले मामलों में बढ़ोतरी देखी जा रही है।
परिवार से मिल रही धमकियां, सुरक्षा की मांग
शिवम मौर्य, जो रुद्रपुर की एक फैक्ट्री में कार्यरत हैं, ने बताया कि उनके परिवार ने इस रिश्ते को स्वीकार कर लिया है, लेकिन युवती के परिजन इस विवाह से नाराज हैं। शादी के बाद से दोनों को जान से मारने की धमकियां मिल रही हैं।
युवती ने प्रशासन को दिए प्रार्थना पत्र में कहा, “मैं अपनी मर्जी से आई हूं। न मुझे अगवा किया गया, न ही किसी ने दबाव डाला। मैं अपनी नई जिंदगी में खुश हूं, लेकिन मेरे परिवार वाले अब मुझे और शिवम को जान से मारने की धमकी दे रहे हैं। मैं प्रशासन से सुरक्षा की मांग करती हूं।”
बरेली में लगातार सामने आ रहे 'घर वापसी' के मामले
गौरतलब है कि हाल ही में आंवला क्षेत्र की एक अन्य मुस्लिम युवती ने भी धर्म परिवर्तन कर हिंदू युवक से विवाह किया था। बरेली और आस-पास के क्षेत्रों में ऐसे मामलों की संख्या बढ़ रही है, जहां मुस्लिम युवतियां अपनी इच्छा से सनातन धर्म अपनाकर विवाह कर रही हैं।
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