बारात से लौटते तीन मासूमों को तेज रफ्तार कार ने कुचला, गांव में पसरा मातम — बैंड वाले की लापरवाही पर उठे सवाल
बरेली। शादी की चमकती रौशनी के पीछे एक दर्दनाक साया छिपा रह गया। ठेली पर झालर लेकर बारात से लौट रहे तीन मासूम बच्चों को एक तेज रफ्तार कार ने बेरहमी से रौंद दिया, जिसमें एक बच्चे की मौके पर और दो की अस्पताल में मौत हो गई। घटना ने पूरे बकैनिया वीरपुर गांव को गहरे शोक में डुबो दिया है।
हादसा रविवार रात करीब 1 बजे थाना शाही क्षेत्र के बकैनिया वीरपुर गांव में हुआ। मृतकों की पहचान सचिन (12 वर्ष) पुत्र गंगाराम, मोहित (13 वर्ष) पुत्र कल्याण और रोहित (14 वर्ष) पुत्र महेंद्र के रूप में हुई है। तीनों बच्चे गांव के ही एक बैंड वाले के साथ शादी समारोह में झालर वाली ठेली लेकर शामिल हुए थे और काम खत्म होने के बाद लौट रहे थे।
कच्चे रास्ते पर आया कहर, एक पल में उजड़ गए तीन घर
रात के सन्नाटे में जब बच्चे कच्चे रास्ते पर ठेली ठीक कर रहे थे, तभी एक तेज रफ्तार कार ने उन्हें रौंद दिया। सचिन की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि मोहित और रोहित को ग्रामीणों ने गंभीर हालत में अस्पताल पहुंचाया, जहां दोनों ने दम तोड़ दिया।
शादी की रौनक मातम में बदली, तीन मासूमों की मौत से गांव में कोहराम
जिस गांव से बारात खुशी-खुशी विदा हुई थी, वहीं कुछ घंटों बाद तीन बच्चों की मौत की खबर ने मातम पसर दिया। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। बच्चों के शव गांव लाए गए तो हर आंख नम हो गई।
घटना के बाद कई सवाल उठने लगे हैं आखिर बच्चों से रात में काम क्यों कराया जा रहा था? क्या बैंड वाले की ज़िम्मेदारी नहीं थी कि वह नाबालिगों को सुरक्षित घर पहुंचाता? क्या यह बाल श्रम और गैर-जिम्मेदाराना रवैये का घातक उदाहरण नहीं है?
घटना के बाद कार चालक मौके से फरार हो गया। पुलिस ने घटनास्थल के पास से दुर्घटनाग्रस्त कार को कब्जे में ले लिया है। चालक की तलाश जारी है। बाल मजदूरी, लापरवाही और असुरक्षा के एंगल से भी पुलिस जांच कर रही है। बैंड मालिक पर भी कार्रवाई की तैयारी चल रही है।
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