बकाया भुगतान न करने पर ओसवाल चीनी मिल का गोदाम सील, नीलामी की प्रक्रिया शुरू
बरेली। हाफिजगंज क्षेत्र के किसानों के 53 करोड़ रुपये से अधिक का भुगतान न करने पर प्रशासन ने सख्त कार्रवाई करते हुए ओसवाल चीनी मिल का गोदाम सील कर नोटिस चस्पा कर दिया है। साथ ही मिल परिसर की संपत्ति को कुर्क कर लाल झंडे भी लगाए गए हैं।
जानकारी के अनुसार, ओसवाल चीनी मिल पर किसानों का लगभग 53 करोड़ रुपये और गन्ना समिति का पांच करोड़ रुपये बकाया है। लंबे समय से भुगतान न होने से क्षेत्र के किसान बेहद परेशान हैं। इस मुद्दे को लेकर क्षेत्रीय विधायक डॉ. एम.पी. आर्य और गन्ना समिति अध्यक्ष निर्भय गंगवार ने मुख्यमंत्री से मिलकर किसानों को भुगतान दिलाए जाने की मांग की थी।
मुख्यमंत्री कार्यालय के हस्तक्षेप के बाद मिल पर आरसी जारी की गई, लेकिन इसके बावजूद भुगतान नहीं हुआ। गुरुवार को एसडीएम नवाबगंज उदित पवार के निर्देश पर तहसीलदार दुष्यंत प्रताप सिंह और राजस्व टीम ने मिल परिसर का निरीक्षण किया। इस दौरान गोदाम में लगभग 8500 कुंतल चीनी का स्टॉक पाया गया, जिसे ताला लगाकर सील कर दिया गया।
तहसीलदार ने बताया कि गोदाम को सील कर नोटिस चस्पा कर दिया गया है और संपत्ति को कुर्क करने की कार्रवाई पूरी हो चुकी है। मिल की हरदुआ और मुड़िया भीकमपुर स्थित लगभग 45 हेक्टेयर जमीन को भी कुर्क कर लिया गया है। अब मिल की नीलामी प्रक्रिया शुरू कर दी गई है, ताकि किसानों का बकाया जल्द से जल्द चुकाया जा सके।
प्रशासन की इस कार्रवाई से किसानों में राहत की उम्मीद जगी है, वहीं ओसवाल मिल प्रबंधन पर अब कानून का शिकंजा कसता नजर आ रहा है।

एक टिप्पणी भेजें