"बदसूरत कहकर पत्नी को ठुकराया, दहेज में मांगी कार और दो लाख"
बरेली। दहेज की लालच में इंसान किस हद तक गिर सकता है, इसका दर्दनाक उदाहरण सामने आया है बरेली के बारादरी इलाके से। एक महिला को इसलिए घर से निकाल दिया गया क्योंकि उसने दहेज में दो लाख रुपये और कार नहीं लाई। पति ने न सिर्फ उसे तीन तलाक दे दिया, बल्कि दो साल बाद जब मामला सुलह तक पहुंचा तो कहा—
"तुम्हारी बेटी बदसूरत है, अब उसे नहीं रखूंगा।"
पीड़िता की मां की तहरीर पर पुलिस ने पति रिजवान अहमद समेत परिवार के पांच सदस्यों पर दहेज उत्पीड़न, मारपीट, धमकी और तीन तलाक के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया है।
24 अक्टूबर 2021 को फातिमा की शादी मोहल्ला रोहली टोला, थाना बारादरी निवासी रिजवान अहमद से मुस्लिम रीति-रिवाज से हुई थी। शादी में मां-बाप ने कर्ज लेकर हैसियत से ज्यादा दहेज दिया, लेकिन ससुरालियों की लालच खत्म नहीं हुई।
कुछ ही महीनों में पति रिजवान, भाई एजाज और बहनें इमराना, फरहीन, शबीना ने ₹2 लाख कैश और एक कार की मांग शुरू कर दी।
इंकार पर प्रताड़ना:
जब फातिमा ने कहा कि पिता लकवे के मरीज हैं और परिवार गरीब है, तो उसे पीटा गया, गालियां दी गईं, और घर का सारा काम नौकर की तरह कराया गया।
तीन तलाक और धमकी:
दो साल पहले रिजवान ने तीन बार "तलाक, तलाक, तलाक" बोलकर फातिमा को घर से निकाल दिया। जाते-जाते धमकी दी"अगर दोबारा घर आई, तो जान से मार देंगे। "अब दूसरी शादी करूंगा, तुम्हारी बेटी बदसूरत है"
फातिमा तब से मायके में रह रही है। 16 मई 2025 को रिजवान और उसका भाई एजाज फातिमा के मायके पहुंचे और बोले—
"सुलह कर लो, तलाक हो चुका है, अब मैं दूसरी शादी कर रहा हूं।"
परिजनों ने बेटी को अपनाने की गुज़ारिश की, तो रिजवान ने फुंकारते हुए कहा"तुम्हारी बेटी बदसूरत है, उसे अब किसी कीमत पर नहीं रखूंगा।"
एफआईआर दर्ज, पुलिस की सख्त कार्रवाई का वादा
फातिमा की मां की तहरीर पर बारादरी पुलिस ने रिजवान, एजाज, इमराना, फरहीन और शबीना के खिलाफ दहेज प्रताड़ना, धमकी और मुस्लिम महिला विवाह संरक्षण अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया है।
थाना प्रभारी धनंजय पांडे ने कहा “मामले की गहनता से जांच की जा रही है। दोषियों को किसी भी हालत में बख्शा नहीं जाएगा।”
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