प्रतीक की मौत से बुझ गया वंश का आखिरी दीपक... सैटेलाइट बस स्टैंड पर रोडवेज की टक्कर से गई जान,
बरेली। एक दर्दनाक सड़क हादसे ने एक पूरे परिवार की वंशबेल ही समाप्त कर दी। शुक्रवार शाम सैटेलाइट बस स्टैंड पर रोडवेज की लापरवाह रफ्तार ने 28 वर्षीय युवक प्रतीक सिंह की जिंदगी छीन ली। प्रतीक न सिर्फ अपने माता-पिता का इकलौता बेटा था, बल्कि परिवार का आखिरी नामदार भी था। अब उसकी मौत के साथ ही परिवार की पहचान भी खत्म हो गई।
घर लौटते समय हुआ हादसा
प्रतीक सिंह उत्तराखंड के सितारगंज स्थित एक निजी फैक्ट्री में नौकरी करता था। शुक्रवार को वह छुट्टी लेकर अपने गांव धमनपुर, थाना तिलहर, जिला शाहजहांपुर लौट रहा था। बरेली पहुंचने के बाद वह सैटेलाइट बस स्टैंड पर दूसरी बस पकड़ने के लिए उतरा ही था कि रोडवेज की एक दूसरी बस ने उसे टक्कर मार दी।
हादसा इतना भीषण था कि प्रतीक ने मौके पर ही दम तोड़ दिया।
"अब कोई नहीं बचा..." — चाचा की आंखों में पीड़ा
प्रतीक के चाचा सोमपाल सिंह ने बताया कि प्रतीक के माता-पिता की मृत्यु 15 साल पहले ही हो गई थी। उसका कोई भाई-बहन नहीं था। वह ही पूरे परिवार की आखिरी उम्मीद था। सोमपाल की आंखें छलक पड़ीं जब उन्होंने कहा“अब हमारा वंश ही खत्म हो गया... प्रतीक ही सब कुछ था, अब नाम लेने वाला भी कोई नहीं बचा।”
पुलिस जुटी जांच में, चालक की तलाश जारी
घटना की सूचना पर थाना बारादरी पुलिस मौके पर पहुंची और शव को जिला अस्पताल भिजवाया। डॉक्टरों ने प्रतीक को मृत घोषित कर शव को मोर्चरी में रखवाया। शनिवार सुबह पंचनामा भरकर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया।
पुलिस रोडवेज चालक की पहचान और बस नंबर ट्रेस करने में जुटी है। आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं, साथ ही चश्मदीदों के बयान भी दर्ज किए जा रहे हैं।
थाना प्रभारी धनंजय पांडे ने कहा“घटना गंभीर है। बस चालक की पहचान होते ही सख्त कार्रवाई की जाएगी।”
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