निगम की ट्रॉली से ढहा कीचड़ का पहाड़, आंखों के सामने खत्म हो गया जवान बेटा; FIR में दर्ज हुए जिम्मेदार
बरेली। बरेली नगर निगम की लापरवाही ने एक बेकसूर बेटे की ज़िंदगी छीन ली। 25 साल का सुनील पेड़ की छांव में नींद में था, तभी निगम की ट्रॉली आई और बिना देखे-समझे उस पर मलबा उंडेल दिया। सुनील की वहीं दबकर मौत हो गई। चीखता रह गया उसका मासूम भतीजा, लेकिन किसी ने नहीं सुनी। अब जब जिंदगी खत्म हो चुकी है, पुलिस ने FIR दर्ज कर कार्रवाई की घड़ी शुरू की है।
भतीजे ने रोका, फिर भी फेंका गया मलबा
गुरुवार दोपहर की ये घटना हर उस सिस्टम पर सवाल खड़े करती है जो ‘काम’ के नाम पर लापरवाही को आदत बना चुका है। सतीपुर रोड के मौर्य शांति नगर निवासी सुनील कुमार (25) अपने भतीजे आरव के साथ ककरइया कब्रिस्तान के पास एक पेड़ की छांव में आराम कर रहा था। तभी सफाई के मलबे से भरी नगर निगम की ट्रॉली वहां आ पहुंची। आरव ने साफ कहा कि “चाचा वहां हैं”, लेकिन सुनने की फुर्सत किसी को नहीं थी।
ट्रॉली से सीधे मलबा उसी जगह पर पलट दिया गया, और सुनील की दम घुटने से मौके पर ही मौत हो गई। अफरा-तफरी मची। लोग दौड़े, मलबा हटाया गया, अस्पताल ले जाया गया — लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी।
"ये हादसा नहीं, हत्या है" — पिता ने उठाई आवाज
मृतक के पिता गिरवर सिंह प्रजापति ने बारादरी थाने में तहरीर दी है। उनका साफ कहना है कि यह महज लापरवाही नहीं, बल्कि साजिशन हत्या है। FIR में उन्होंने ठेकेदार नईम शास्त्री, निगम के सफाईकर्मियों, और जिम्मेदार अधिकारियों को नामजद किया है। उन्होंने कहा कि यह स्थान निगम की डंपिंग साइट नहीं है। अगर नियमों का पालन होता, तो आज उनका बेटा जिंदा होता।
FIR दर्ज, जांच शुरू
बारादरी थाना प्रभारी धनंजय पांडे ने बताया कि FIR दर्ज कर ली गई है। "पोस्टमार्टम रिपोर्ट और तकनीकी जांच के बाद सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी," उन्होंने कहा। पुलिस ने मौके की बारीकी से जांच शुरू कर दी है।
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