रानी अहिल्याबाई होलकर की 300वीं जयंती पर प्रदर्शनी का भव्य शुभारंभ
बरेली। भारतीय जनता पार्टी महानगर इकाई की ओर से शुक्रवार को आईएमए हॉल में रानी अहिल्याबाई होलकर जी की जीवन यात्रा पर आधारित प्रदर्शनी का भव्य शुभारंभ किया गया। प्रदर्शनी का उद्घाटन भाजपा प्रदेश अध्यक्ष चौधरी भूपेंद्र सिंह ने किया। इस अवसर पर उन्होंने अहिल्याबाई होलकर के जीवन को भारत की सनातन संस्कृति और महिला सशक्तिकरण का जीवंत प्रतीक बताया।
प्रदर्शनी के बाद विधानसभा सम्मेलन का आयोजन हुआ, जिसमें प्रदेश अध्यक्ष समेत भाजपा के कई वरिष्ठ नेताओं ने भाग लिया। सम्मेलन में प्रदेश नेतृत्व ने रानी अहिल्याबाई के योगदान पर प्रकाश डालते हुए आगामी 31 मई तक ‘स्मृति अभियान’ चलाने की घोषणा की।
धर्म, न्याय और राष्ट्र धर्म की मूर्ति थीं अहिल्याबाई: चौधरी भूपेंद्र सिंह
प्रदेश अध्यक्ष चौधरी भूपेंद्र सिंह ने कहा कि भाजपा ने 1988 में अयोध्या में राम मंदिर निर्माण का संकल्प लिया था, जिसे साकार किया गया। आज उत्तर प्रदेश के सभी नगर निकायों में भाजपा का बहुमत है। उन्होंने कहा कि अहिल्याबाई होलकर ने 500 महिला योद्धाओं की बटालियन बनाई, काशी से रामेश्वरम तक मंदिरों का जीर्णोद्धार कराया, और सनातन संस्कृति की पुनर्स्थापना का ऐतिहासिक कार्य किया। उन्होंने कहा, “हमें उनके जीवन से प्रेरणा लेकर धर्म रक्षति रक्षितः की भावना के साथ आगे बढ़ना चाहिए।”
“नारी शक्ति की प्रतीक थीं अहिल्याबाई”
सहकारिता मंत्री व जिला प्रभारी जे.पी.एस. राठौर ने कहा कि अहिल्याबाई ने महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए कई कार्य किए।
सांसद छत्रपाल गंगवार ने उन्हें प्रेरणा स्रोत बताया, जबकि कैंट विधायक संजीव अग्रवाल ने कहा कि उन्होंने विश्वभर में भारत की पहचान बनाई।
महापौर डॉ. उमेश गौतम ने कहा, “उनका जीवन परिचय हर महिला को पढ़ाना चाहिए।”
महानगर अध्यक्ष अधीर सक्सेना ने कहा कि भाजपा उनके शौर्य और सेवा भावना को जन-जन तक पहुंचाएगी। महिलाओं को राजनीति में भागीदारी के लिए प्रेरित किया जाएगा।
कार्यक्रम में ये रहे प्रमुख चेहरे
कार्यक्रम में मुख्य रूप से चौधरी भूपेंद्र सिंह, जेपीएस राठौर, सांसद छत्रपाल गंगवार, विधायक संजीव अग्रवाल, महापौर डॉ. उमेश गौतम, अधीर सक्सेना, गुलशन आनंद, डॉ. तृप्ति गुप्ता, नीलम जेठा, उमेश कठेरिया, प्रतिपाल सिंह बंटी, शालिनी जोहरी, सतीश कात्यायन, विशाल गुप्ता, गौरव गुप्ता, अमन सक्सेना, योगेश कुमार, राजकिशोर कश्यप, और सैकड़ों कार्यकर्ता मौजूद रहे।
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