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Badaun News: पुलिस मुठभेड़ में छैमार गिरोह के चार बदमाश गिरफ्तार, एक को लगी गोली

Badaun News: पुलिस मुठभेड़ में छैमार गिरोह के चार बदमाश गिरफ्तार, एक को लगी गोली


बदायूं। जरीफनगर इलाके में शनिवार रात पुलिस और एसओजी की छैमार गिरोह के बदमाशों से मुठभेड़ हो गई। दोनों ओर से गोलियां चलीं, जिसमें एक बदमाश पैर में गोली लगने से घायल हो गया। मुठभेड़ में एक सिपाही भी घायल हुआ है। पुलिस ने चार बदमाशों को गिरफ्तार किया है। इनके पास से चोरी व लूट के जेवर, तमंचा और नुकीली सरिया बरामद हुई है। चारों बदमाशों को जेल भेज दिया गया है। एसओ रविकरन सिंह ने बताया कि शनिवार रात वह जरीफनगर थाना क्षेत्र में गश्त कर रहे थे। इसी दौरान सूचना मिली कि बागवाला से मालपुर ततेरा मार्ग पर कुछ बदमाश देखे गए हैं। मुखबिर की सूचना पर उन्होंने एसओजी प्रभारी इंस्पेक्टर नीरज सिंह, एसआई धर्वेंद्र सिंह को टीम के साथ बुला लिया। फिर बताए गए स्थान की घेराबंदी कर दी। उस दौरान चार बदमाश कहीं लूटपाट की योजना बना रहे थे। उन्हें देखकर पुलिस ने चारों ओर से घेरने की कोशिश की। तभी बदमाशों ने भी पुलिस को देख लिया और खेतों की ओर भागने लगे। पुलिस उनके पीछे पड़ गई। बदमाशों ने पुलिस पर फायरिंग कर दी। जवाब में पुलिस ने भी फायरिंग की, जिससे छैमार गिरोह के सरगना इशरत उर्फ चेयरमैन उर्फ आसिफ के बाएं पैर में गोली लग गई। हेड कांस्टेबल गौरव चौधरी घायल हो गया। उसके बाद पुलिस ने सभी बदमाशों को दौड़ाकर पकड़ लिया। छैमार गिरोह का सरगना इशरत अमरोहा जिले के थाना रहरा क्षेत्र के गांव बुरावली का रहने वाला है। दूसरा बदमाश आमिर खान उर्फ जुनैद खान अमरोहा के थाना सैदनगली क्षेत्र के गांव ढक्का का निवासी है। इमरत उर्फ दिलशाद और अरबाज उर्फ अबराज उर्फ बल्ला भी दबोचे गए। ये दोनों मुरादाबाद में भोजपुर रेलवे स्टेशन के रहने वाले हैं। इस समय अलीगढ़ जिले में मड़राक थाना क्षेत्र के मईनाथ में रह रहे थे। पुलिस ने बदमाशों के पास से जेवर, 9500 रुपये, एक तमंचा, टॉर्च, आरी का ब्लेड और नुकीली सरिया बरामद की है। घायल बदमाश का सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में उपचार कराया गया। दोपहर बाद उन्हें न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया।

भीख मांगकर करते हैं रेकी

पुलिस मुठभेड़ में पकड़े गए चारों बदमाश छैमार गिरोह के हैं। उन्होंने पूछताछ में बताया कि वह मच्छरदानी बेचकर या फिर भीख मांगकर ग्रामीण इलाकों में रेकी करते हैं। वहां घूमकर वह घरों को निशाना बनाते हैं। वह यह भी देखते हैं कि कहां पर कैसे निकलकर भाग सकते हैं। उसके बाद घटनाओं को अंजाम देते हैं। उन्होंने एक मई की रात जतकी गांव में नेकराम, जहीर अहमद, जमीर अहमद और नवीशेर के घर को निशाना बनाया था

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